नई दिल्ली: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में एक शख्स द्वारा अपनी बेटी को मौत के घाट उतारने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पिता ने रसोई के चाकू से चार साल की बेटी का गला रेत कर हत्या की। आरोपी की पहचान 30 वर्षीय जीवा के रूप में हुई है। आरोपी एक किसान है और इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने बेटी को इसलिए मार डाला क्योंकि वो तीन बच्चों का भरण-पोषण करने में समर्थ नहीं था। उसे यकीन नहीं था कि वह भविष्य में तीनों बच्चों को खिला पाएगा।
झोपड़ी के सामने सो रहा था परिवार
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जीवा गरीब है और उसके ऊपर काफी कर्ज था। लॉकडाउन से उनकी वित्तीय स्थिति और खराब हो गई। जिला पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जीवा और उसका परिवार गुरुवार की रात अपनी झोपड़ी के सामने दो अलग-अलग चटाई पर सो रहा था। जीवा, उसकी पत्नी और उनका बेटा एक चटाई पर सो रहे थे जबकि दोनों बेटियां अपनी चाची के साथ बगल की चटाई पर थीं। रात करीब 10.30 बजे जीवा ने अचानक चिल्लाना शुरू किया और अपने परिवार को जगाया।
जीवा ने कहा कि एक बेटी कहीं नहीं दिख रही जिसके बाद सभी लोगों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। डीएसपी श्रीधर रेड्डी ने बताया कि जिस वक्त जीवा ने अपने परिवार को जगाया तब उसके हाथ में एक डंडा था। लड़की का शव झोपड़ी से थोड़ी दूर खून से लथपथ मिला। उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्यों ने देखा कि जीवा के शरीर पर खून के धब्बे हैं। जब परिवार ने इस बारे में जीवा से पूछा तो उसने ढुलमुल जवाब दिया।
जीवा ने अपना गुनाह कबूल किया
परिवार को शक हुआ जिसके बाद बात पुलिस तक पहुंच गई। पुलिस ने जीवा को हिरासत में ले लिया और फिर उसने अपना गुनाह कबूल कर किया। जीवा ने कहा कि उसने ही लड़की की हत्या की थी। एक पुलिसकर्मी ने कहा कि जीवा ने बताया वह तीन बच्चों की देखभाल उसके लिए मुश्किल हो रही थी। पुलिसकर्मी ने कहा, 'पूछताछ के दौरान आरोपी ने कहा कि वह वित्तीय संकट में है इसलिए उसे नहीं पता चला कि क्या कर रहा है। इसके अलावा उसने कहा उसके लिए तीन बच्चों की देखभाल करना मुश्किल हो गया था।'