Odisha: 13 साल की लड़की से गैंग रेप, गर्भपात को किया मजबूर, पुलिसकर्मी बर्खास्त, DGP ने मांगी माफी

ओडिशा में 13 साल की एक लड़की के साथ 6 लोगों ने गैंग रेप किया और बाद में उसे गर्भपात के लिए मजबूर किया। इस संबंध में एक पुलिसकर्मी को बर्खास्त किया गया है। मामले की जांच जारी है।

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मामले की जांच की जा रही है 
मुख्य बातें
  • एक पुलिसकर्मी को किया गया बर्खास्त, एक और पुलिसकर्मी पर है आरोप
  • बच्ची के सौतेले पिता पर भी रेप का आरोप लगा है
  • 6 लोगों ने 4 महीने तक बच्ची के साथ रेप किया, बाद में गर्भपात कराया

नई दिल्ली: ओडिशा में एक 13 साल की लड़की के साथ एक पुलिसकर्मी से बलात्कार किया। इतना ही नहीं उस पुलिसकर्मी ने उसे गर्भवती किया और गर्भपात करने के लिए मजबूर भी किया। आरोपी की पहचान ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बीरमित्रपुर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक (IIC) आनंद चंद्र माझी के रूप में हुई है। ओडिशा के डीजीपी अभय ने इसके लिए उस लड़की से माफी मांगी है। मामले पर डीजीपी ने कहा, 'उनका आचरण शर्मनाक था। लड़की से हमारी माफी।' 

लड़की ने लगाया गैंग रेप का आरोप

आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया गया। उसे अब सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह मामला तब सामने आया जब एक 13 वर्षीय लड़की ने दावा किया कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। बाल कल्याण समिति (CWC) ने मामले की जांच शुरू की। जिला कलेक्टर निखिल कल्याण के हस्तक्षेप के बाद 22 जून को रायबोग पुलिस स्टेशन में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था। कल्याण ने पुलिस अधीक्षक को नाबालिग के बयान के आधार पर जांच करने का निर्देश दिया।

इससे पहले, सुंदरगढ़ के जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) एस जेना ने नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने और उसे गर्भपात के लिए मजबूर करने के लिए छह व्यक्तियों के खिलाफ रायबाग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जेना की शिकायत सीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट और बच्ची के बयान पर आधारित थी। 

क्राइम ब्रांच को सौंपा गया मामला

अपनी शिकायत में DCPO ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया था कि माझी के अलावा बीरमित्रपुर पुलिस स्टेशन से जुड़े एक अन्य पुलिसकर्मी, बच्ची के सौतेले पिता और दो अन्य लोगों ने चार महीने तक लड़की के साथ बार-बार बलात्कार किया। डीजीपी अभय ने मंगलवार को अपराध शाखा को रायबोगा पुलिस से जांच का प्रभार लेने का आदेश दिया। सूत्रों ने कहा कि क्राइम ब्रांच की टीम ने रायबोगा पुलिस स्टेशन से संबंधित दस्तावेज एकत्र किए हैं और मामले की जांच के तहत बीरमित्रपुर पुलिस स्टेशन का दौरा किया।


 

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