निजी एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के बहाने सैकड़ों युवाओं को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़

क्राइम
प्रेरित कुमार
Updated Apr 10, 2022 | 12:15 IST

दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिले के साइबर पुलिस स्टेशन ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो युवाओं को निजी एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे पुलिस ने इस मामले में  दीपक, अनिकेत,  संदीप, अवनेंद्र और  पुष्पेंद्र नाम के जालसाज को गिरफ्तार किया है। 

private airlines job fraud
एयरलाइंस में नौकरी दिलाने के बहाने ठगने वाले गिरोह का खुलासा 

नई दिल्ली: युवाओं को निजी एयरलाइंस में नौकरी दिलाने  के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, आरोपी निजी एयरलाइंस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर सैकड़ों युवकों को ठगता था।पुलिस टीम ने दो सप्ताह के एक ऑपरेशन में आखिरकार नोएडा के एक फ्लैट में चल रहे इनके जालसाजी के अड्डे के पता लगाया और इनको गिरफ्तार कर इनके पास से 57 सिम कार्ड, 25 मोबाइल फोन, 33 डेबिट कार्ड, 04 वाई-फाई राउटर और नकली नौकरी के प्रस्ताव पत्र बरामद किए। पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किए गए 13 बैंक खाते का भी पता लगा रही है।

दरअसल नार्थ जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में एक शिकाएत मिली जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसे सौरव के नाम से एक शख्स का फोन आया और उसने बताया कि उसका बायोडाटा एक एयरलाइंस में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के लिए चुना गया था। उसके बाद, उसे मानव संसाधन प्रबंधक के रूप में प्रतिरूपित एक अन्य व्यक्ति के साथ बात करने के लिए कहा गया और उसका टेली-साक्षात्कार मोबाइल फोन पर आयोजित किया गया।

साक्षात्कार के बाद उन्हें रुपये जमा करने का निर्देश दिया गया। 14,225/- एक बैंक खाते में वर्दी शुल्क, वेतन खाता सक्रियण शुल्क, पासपोर्ट शुल्क आदि के लिएइस प्रलोभन के बाद, शिकायतकर्ता ने आरोपी द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खाते में 14,225/- रुपये जमा कर दिए। कुछ समय बाद जब शिकायतकर्ता ने नौकरी के बारे में पता किया तो उसे बताया गया कि किसी आंतरिक आपात स्थिति के कारण, कंपनी ने काम पर रखना बंद कर दिया है और जब शिकायतकर्ता ने अपना पैसा वापस करने के लिए कहा, तो आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। जिसके बाद इस बाबत शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

एटीएस जांच में बड़ा खुलासा, जरिमा नाम के ऐप पर काम कर रहा था गोरखपुर मंदिर हमले का आरोपी मुर्तजा

पुलिस ने मनी ट्रेल और अपराध से जुड़े कॉल रिकॉर्ड के तकनीकी जांच से  नोएडा  से कॉल जनरेट होना पाया गया। जिसके बाद एक टीम मौके पर भेज गया और जालसाजों को मौके से गिरफ्तार किया गया।  जांच के दौरान 7 लैपटॉप, 25 मोबाइल फोन, 57 सिम कार्ड, 2 टैब, 4 वाई-फाई राउटर/डोंगल, 33 डेबिट कार्ड, 13 बैंक खाते बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपियों के निशान पर कई फर्जी जॉब ऑफर लेटर, 3 आधार कार्ड, 1 वोटर आईडी, 4 यूपीआई क्यूआर कोड, 2 मोटरसाइकिल और 1 स्कूटी भी बरामद की गई।

पूछताछ में पता चला कि आरोपी दीपक उर्फ   मामा, अनिकेत, संदीप, अवनेंद्र और पुष्पेंद्र सभी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और नौकरी की तलाश में नोएडा आए थे। यह पता चला कि कुछ साल पहले इसी तरह के तौर-तरीकों के जरिए पुष्पेंद्र नाम के एक आरोपी को ठगा गया था। इसलिए, उसने अन्य आरोपी व्यक्तियों के साथ मिलकर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को जल्दी पैसा कमाने के लिए उसी तरह ठगने की साजिश रची। 

Delhi : पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबरस्टाकर, महिलाओं की फोटो से छेड़खानी कर उन्हें करता था ब्लैकमेल  

आरोपी व्यक्ति जॉब वेबसाइट (मॉन्स्टर डॉट कॉम) से नौकरी की तलाश कर रहे लोगो का डेटा एकत्र करते है और उसके बाद  उनकी योग्यता और अनुभव के आधार पर विभिन्न एयरलाइंस में नौकरी के लिए झांसा देते है। फोन पर फर्जी टेलीफोनिक इंटरव्यू करते है जिसके बाद पीड़ितों को जाली नियुक्ति पत्र भी भेजते है। पीड़ितों से अलग-अलग बैंक खातों में अलग-अलग बहाने से वर्दी की फीस, वेतन खाता खोलने, पासपोर्ट, सुरक्षा आदि के एवज में पैसे मांगे गए। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अब तक इन जालसाजों ने कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है। मामले की आगे की जांच जारी है और बरामद मोबाइल फोन/सिम कार्ड और बैंक खातों को अन्य पीड़ितों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। 


 

अगली खबर