धर्मांतरण मामला: यूपी ATS ने 3 और आरोपी पकड़े, मौलाना कलीम सिद्दीकी के हैं सहयोगी

धर्मांतरण के मामले में UP एटीएस ने 3 और लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया है कि ये तीनों मौलाना कलीम सिद्दीकी के सहयोगी है। सिद्दीकी को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था।

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धर्मांतरण रैकेट  |  तस्वीर साभार: ANI

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश एटीएस का कहना है कि उसने मौलाना कलीम सिद्दीकी के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है, जिसे कथित तौर पर पूरे भारत में धर्मांतरण गिरोह चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आज गिरफ्तार किए गए लोगों में कुणाल चौधरी, मोहम्मद हाफिज इदरीस और मोहम्मद सलीम हैं। ATS ने मुजफ्फरनगर निवासियों मोहम्मद इदरीस और मोहम्मद सलीम तथा महाराष्ट्र के नासिक जिला निवासी कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ को गिरफ्तार किया है। एटीएस का दावा है कि रविवार को पकड़ा गया अभियुक्त सलीम पिछले 17 साल से कलीम के साथ मिलकर अवैध धर्मांतरण के काम में सहयोग कर रहा था। इसी तरह कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ और इदरीस भी कलीम सिद्दीकी के सहयोग से धर्मांतरण कार्यों में लिप्त थे।

मौलाना सिद्दीकी को उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATC) ने बुधवार को धर्मांतरण सिंडिकेट चलाने के आरोप में मेरठ से गिरफ्तार किया था। 

एटीएस ने अब तक धर्म परिवर्तन रैकेट मामले में सिद्दीकी समेत 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों पर उत्तर प्रदेश धर्म के गैरकानूनी धर्मांतरण निषेध अधिनियम, 2020 और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

मेरठ के जाने-माने इस्लामिक विद्वान सिद्दीकी को दिल्ली के जामिया नगर निवासी मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम को एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के तीन महीने बाद गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, कासमी और गौतम इस्लामिक दवा केंद्र चला रहे थे, जो कथित तौर पर मूक-बधिर छात्रों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए आईएसआई फंडिंग पर काम कर रहा था। 

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