UPSC Topper's Tips: यूपीएससी में तीसरे प्रयास में दिलीप कुमार बने आईएएस, इंटरव्यू के लिए बताई ये स्ट्रेटजी

UPSC Topper's Tips: यूपीएससी में सफलता हासिल करने वाले दिलीप कुमार ने बताया कि इंटरव्यू के लिए खास टिप्स शेयर किए हैं। बता दें कि उन्होंने इस परीक्षा में 73वीं रैंक हासिल की है।

Dilip Kumar
Dilip Kumar 
मुख्य बातें
  • दिलीप कुमार ने यूपीएससी के इंटरव्यू के लिए शेयर किए ये टिप्स।
  • दिलीप का चयन 2019 के आईएएस बैच में हुआ है।
  • दिलीप कुमार ने इस परीक्षा में 73वीं रैंक हासिल की है।

यूपीएससी( संघ लोक सेवा आयोग) में सफलता हासिल करने वाले दिलीप कुमार ने इस परीक्षा में 73वीं रैंक हासिल की है। दिलीप कुमार ने बताया कि इससे पहले वो दो बार इस परीक्षा के इंटरव्यू में असलफता हासिल कर चुके हैं। ऐसे में उन्होंने तीसरे प्रयास के लिए अपनी स्ट्रेटजी बदली। जिसके जरिए ना सिर्फ उन्होंने सफलता हासिल की बल्कि अच्छे नंबर भी स्कोर किए।

दिलीप कुमार ने बताया कि पहली दो कोशिशों में इंटरव्यू इंग्लिश में दिया था। दिलीप कुमार के मुताबिक इंग्लिश में इंटरव्यू देने की वजह से स्कोर अच्छा नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने बताया कि यूपीएससी की मेन्स परीक्षा अंग्रेजी में दी थी। इसलिए इंटरव्यू भी इंग्लिश में दिया। लेकिन तीसरे अटेम्प्ट में अंग्रेजी में मेन्स दिया लेकिन इंटरव्यू हिंदी में दिया। जिसके बाद इस परीक्षा में नंबर स्कोर कर पाए और आईएएस में उनका चयन हुआ।

दिलीप कुमार ने बताया कि पढ़ाई मैंने हिंदी मीडियम से ही पूरी की है। लेकिन परीक्षा के लिए अंग्रेजी माध्यम का चयन किया जो कि गलत स्ट्रेटजी साबित हुई।

 

उनके मुताबिक इंटरव्यू में आपकी पर्सनालिटी को चेक किया जाता है, कि आप अपनी बातों को किस तरह रखते हैं। इसे आप हिंदी या अंग्रेजी किसी भी माध्यम से रख सकते हैं। लेकिन कई बार कैंडिडेट्स को ऐसा लगता है कि अगर उन्होंने हिंदी का चयन किया तो हिंदी ही बोलना पड़ेगा या फिर अंग्रेजी का चयन किया है तो अंग्रेजी में बोलना पड़ेगा।

दिलीप ने बताया कि इंटरव्यू में अगर आप अपनी भाषा को लेकर खुद सहज नहीं हैं, तो नर्वस महसूस करेंगे। जिसकी वजह से इंटरव्यू में खुद को कॉन्फिडेंट रिप्रजेंट नहीं कर पाएंगे। इंटरव्यू के लिए बेहद जरूरी होता है खुद को कॉन्फिडेंट रखना। दिलीप ने बताया कि इस परीक्षा के लिए कुछ चीजें बेहद जरूरी होती हैं। जैसे अखबार पढ़ना और नोट्स बनाना। क्योंकि कई बार अखबार के जरिए आप नोट्स बनाते हैं और नोट्स बनाते वक्त आप उस चीजों के बारे में पढ़ते भी हैं। जिससे आपका रिवीजन भी होता है।

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