आजम खान के बेटे अब्दुल्ला का आरोप- मुझे मारने और जेल भेजने की साजिश रची जा सकती है

Abdullah Azam Khan: समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उन्हें फर्जी मामले में सलाखों के पीछे डालने की साजिश रच रही है।

Abdullah Azam Khan
अब्दुल्ला आजम खान 

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा उन्हें फर्जी मामले में सलाखों के पीछे डालने की साजिश रच रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्वारऔर रामपुर सीटों के बीजेपी उम्मीदवार उन्हें मारने के लिए हमले या सड़क दुर्घटना की साजिश रच सकते हैं। 

रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अब्दुल्ला ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा पीछा किया जा रहा है। एक फर्जी मामले में मुझे सलाखों के पीछे डालने की साजिश रची गई है। स्वार और रामपुर सीटों के भाजपा उम्मीदवार मुझे मारने के लिए हमले या सड़क दुर्घटना की साजिश रच सकते हैं।

शुक्रवार को उन्होंने अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर भी अविश्वास जताया था और दावा किया था कि वे उन्हें गोली मार सकते हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा ने रामपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद आजम खान को रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है। कई मामले दर्ज होने के बाद से आजम खान इस समय जेल में बंद हैं। 

अब्दुल्ला ने जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि वह बहुत बुरा ख्वाब था। जेल में हुई दुश्वारियां और रुसवाइयों से मैं इतना परेशान नहीं हुआ जितना कोविड-19 से संक्रमित होने के पांच महीनों के दौरान हुआ। जेल में गुजरे दो साल ने ही नहीं, बल्कि पिछले पांच सालों ने मुझे बहुत कुछ सिखा दिया। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में स्वार सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन के वक्त फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किए जाने के आरोप पर अब्दुल्ला ने कहा कि न तो मेरा जन्म प्रमाण पत्र फर्जी था और न ही मेरा पैन कार्ड या पासपोर्ट फर्जी है। मगर मुझे अंदेशा है कि भाजपा मेरा नामांकन रद्द करा सकती है।

अब्दुल्ला आजम ने अपने सुरक्षाकर्मियों से बताया 'जान का खतरा', कहा- पता नहीं कब गोली मार दें-Video 

अब्दुल्ला वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में स्वार सीट से जीते थे, मगर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में वर्ष 2019 में उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। अब्दुल्ला हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं।

..तो क्या रद्द  होगा अब्दुल्ला आजम का नामांकन? दोनों नामांकन में उन्होंने दिखाई है अलग उम्र, रामपुर की स्वार सीट से हैं सपा उम्मीदवार 

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