समाजवादियों के साथ आंबेडकरवादी भी आएं, लोकतंत्र और संविधान बचाना है, अखिलेश यादव बोले इस लड़ाई को मजबूत करें

अखिलेश यादव नेअपील की कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए आंबेडकरवादी भी समाजवादियों के साथ आएं और उनकी लड़ाई को मजबूत करें। 

Ambedkarwadis should join Samajwadis, democracy and constitution have to be saved, Akhilesh Yadav said strengthen this fight
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव  

बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश विधानसभा ज्यों-ज्यों करीब आ रहा है। अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी पार्टियां जी तोड़ प्रयास कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपील की कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए आंबेडकरवादी भी समाजवादियों के साथ आएं और उनकी लड़ाई को मजबूत करें। अखिलेश ने अपने गठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती द्वारा अपना चुनाव अभियान शुरू किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि मैंने तो कहा है कि समाजवादियों के साथ आंबेडकरवादी भी आएं, क्योंकि संविधान बचाना है, लोकतंत्र बचाना है। अगर यह नहीं बचेंगे तो सोचो हमारे अधिकारों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि मैं फिर अपील करता हूं कि हम सब बहुरंगी लोग हैं। लाल रंग हमारे साथ है। हरा, सफेद, नीला। हम चाहते हैं कि आंबेडकरवादी भी साथ आएं और इस लड़ाई को मजबूत करें।

अखिलेश से सवाल किया गया था कि वर्ष 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा का गठबंधन था और इस बार बसपा अलग चुनाव लड़ रही है। क्या विधानसभा चुनाव में इसका कुछ असर पड़ रहा है, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में? सपा अध्यक्ष ने 'गर्मी' वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में जो हवा चल रही है उसे देखकर लगता है कि भाजपा और खासकर मुख्यमंत्री को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि क्या कहा जाए।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वह हमारे मुख्यमंत्री हैं। वह कोई कंप्रेशर थोड़े ही हैं कि हमें ठंडा कर देंगे। बहुत सारे लोग हैं जो यह जानते होंगे कि फ्रिज में चीज ठंडी रखने के लिए कंप्रेशर होता है, तो क्या हमारे मुख्यमंत्री जी कंप्रेशर हैं?

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों हापुड़ में एक जनसभा में कैराना से सपा उम्मीदवार नाहिद हसन पर हमला करते हुए कहा था कि ये गर्मी जो अभी कैराना और मुजफ्फरनगर में दिखाई दे रही है न, मैं मई और जून की गर्मी में भी शिमला बना देता हूं। हम 10 मार्च के बाद इनकी गर्मी शांत कर देंगे।

अखिलेश ने कहा कि हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि जब प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बनेगी तो गर्मी नहीं बल्कि भर्ती खोली जाएगी और नौजवानों को नौकरी देने का काम किया जाएगा। जिस तरीके से सरकार ने नौकरियां और रोजगार छीने हैं, इस बार हर यूथ अपने बूथ पर भाजपा को हराएगा। सपा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए आम बजट पर व्यंगात्मक अंदाज़ में कहा कि सुना है कि इस बजट से हीरा सस्ता हो जाएगा। तो देखो सरकार ने गरीबों का कितना ख्याल रखा है।

आगामी विधानसभा चुनाव को भाईचारा बनाम भाजपा का चुनाव करार देते हुए अखिलेश ने कहा कि एक बात तो तय है कि इस बार बाबा (योगी आदित्यनाथ) मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं। उन्हें अपनी चिंता करनी चाहिए।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आज प्रेस वार्ता में अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सपा प्रमुख ने कहा कि सिर्फ झूठ बोलना ही भाजपा की उपलब्धि है।

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस मौके पर आरोप लगाया कि सत्ताधारी लोग यह कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह हमारे बीच की एकता को खत्म किया जाए। बड़ी संख्या में लोग हमारे कारवां से जुड़ रहे हैं। इससे भाजपा के लोगों की बौखलाहट सामने आ रही है। मुख्यमंत्री ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जो पहले कभी इस पद पर बैठे किसी भी व्यक्ति की जबान से नहीं सुनी गई। जयंत ने कहा कि ऐसा लगता है कि योगी पश्चिमांचल के मिजाज को समझ ही नहीं पाए। वह हमें जितना भी धमकाएंगे। हम उतने ही संगठित और ताकतवर होंगे।

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