लखनऊ: पश्चिम यूपी के चुनावी समर में भारतीय जनता पार्टी अपना मास्टर स्ट्रोक खेलने जा रही है। जाटों के रूठने,मनाने की खबरों और सपा व रालोद की जुगलबंदी के बीच पार्टी सोमवार को अपने सबसे बड़े स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार के मैदान में उतारने जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को पश्चिम यूपी के मतदाताओं को संबोधित करेंगे। वर्चुअल प्लेटफार्म के जरिये होने वाले मोदी के इस संबोधन को पश्चिम यूपी के हर मतदाता तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने बड़ी रणनीति तैयार की है। इस पूरे अभियान की अगुआई खुद गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं। पार्टी के सभी छोटे,बड़े नेता,कार्यकर्ता व समर्थक लोगों से मोदी के संबोधन से जुड़ने और उन्हें सुनने की अपील कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री वर्चुअल रैली के दौरान विपक्ष पर अपने खास अंदाज में जबरदस्त हमला बोल सकते हैं। मोदी किसानों के हित में लिए गए फैसलों के साथ ही युवाओं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार की उपलब्धियों को भी गिना सकते हैं। पिछली सरकारों में कैराना से पलायन और पश्चिम यूपी में दंगों का मामला भाजपा के चुनावी एजेंडे में पहले ही है।
यूपी में विधानसभा चुनाव घोषित होने के बाद पीएम मोदी की यह पहला चुनावी कार्यक्रम होगा। एक तरह से प्रचार में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री हो रही है। सोमवार को वर्चुअल रैली के माध्यम से यूपी के पांच जिलों के लोगों को पीएम संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी लोगों के साथ साझा की है।
मोदी ने रैली के लिए जनता से नमो ऐप के माध्यम से सुझाव भी मांगा है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि जन भागीदारी और जन विश्वास में ही लोकतंत्र की मजबूती निहित है। भाजपा के भीतर पीएम की वर्चुअल रैली को लेकर चल रही तैयारियों के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत और सहारनपुर जिलों की दो दर्जन से अधिक विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को शामिल किया जा सकता है। पश्चिम यूपी के बाकी के अन्य जिलों को पीएम दूसरे दौर में संबोधित कर सकते हैं।