मौर्य ने जल्दबाजी में लिया फैसला, फिर से सरकार बनाएगी भाजपाः गौरव गौतम

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अमित गौतम
Updated Jan 12, 2022 | 00:38 IST

योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही बीजेपी के 4 और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इस पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री गौरव गौतम ने प्रतिक्रिया दी।

Swami Prasad Maurya took hasty decision, BJP will form government again: Gaurav Gautam
स्वामी प्रसाद मौर्य 

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां तेज हो गई है। वहीं चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद बीजेपी के चार और विधायकों ने पार्टी छोड़ने का फ़ैसला किया है, जिनमें बृजेश प्रजापति, रोशन लाल, भगवती सागर, और विनय शाक्य शामिल हैं। मौर्य ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। बताया जा रहा है कि मौर्य काफी समय से असंतुष्ट चल रहे थे। तो वहीं इसको लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री गौरव गौतम ने कहा आदरणीय मौर्य जी ने ये फैसला जल्दबाजी में लिया है। उन्हे एक बार भाजपा के साथ बैठकर बात करके नाराजगी को दूर करना चाहिए। हमें नही पता कि वो क्यों नाराज है, लेकिन उन्हे एक बार भाजपा से बात करनी चाहिए। क्योंकि भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के राह पर चलकर काम करती है।

उन्होंने आगे कहा कि जनता के प्यार और कार्य से भाजपा फिर से बहुमत के साथ सत्ता में आएगी. वहीं गौरव गौतम ने कहा कि यूपी में बीजेपी ने हर क्षेत्र में जनता के लिए कार्य किए है। जेवर में अंतराष्ट्रीय हवाई, गांव-गांव तक बिजली की व्यवस्था, कानपुर सहित कई शहरों में मैट्रो का शुभांरभ कर जनता के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए है। यहीं नही माननीय मुख्यमंत्री योगी जी ने महिला की सुरक्षा को देखते हुए एंटीरोमियो स्कॉट अभियान चलाया. और साथ ही भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में राम मंदिर के साथ-साथ भव्य काशी को सुंदर निर्माण करवाया। इसलिए यदि कार्यों के आधार और आस्था पर नागरिकों को संतुष्ट करने वाली पार्टी कोई है तो वो बीजेपी ही है। लेकिन विपक्ष पार्टियां गुंडाराज और जातिवाद के नाम पर राजनीति करती है।

आपको बता दें कि दरअसल ओबीसी वोटरों के बीच अच्छी पकड़ रखने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य कभी मायावती के बेहद करीबी माने जाते थे। मौर्य ने एक बार फिर अपना ठिकाना बदलते हुए ट्विटर पर लिखा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु व मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर अपेक्षा की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। मौर्य योगी सरकार में श्रम, सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री थे।

बता दें कि निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी है। यूपी में 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात फेस में वोट डाले जाएंगे। वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक फेस में वोट डाले जाएंगे और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो फेस में वोट डाले जाएंगे तो वहीं इन सभी चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी।

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