अखिलेश यादव के OBC फैक्टर पर भारी पड़ेंगी अनुप्रिया पटेल! मां से संबंधों पर भी बोलीं केंद्रीय मंत्री, सुनिये पूरी बातचीत

अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल केंद्र में मंत्री हैं। वह यूपी चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ रही हैं, पर सीट बंटवारे को लेकर अड़चनों की भी बातें आ रही हैं। वहीं उनकी मां से रिश्‍तों को लेकर भी कई तरह की बातें कही जाती हैं, जो समाजवादी पार्टी की नेता हैं। अपना दल की नेता ने इन सभी मसलों पर टाइम्‍स नाउ नवभारत से बातचीत की। यहां सुनिये पूरी बातचीत :

NDA से गठबंधन, मां से रिश्‍तों पर क्या बोलीं अनुप्रिया पटेल?
NDA से गठबंधन, मां से रिश्‍तों पर क्या बोलीं अनुप्रिया पटेल? 

पूर्वी यूपी में अपना दल को बीजेपी के सबसे भरोसेमंद सहयोगी के तौर पर देखा जाता है। पार्टी की प्रमुख अनुप्रिया पटेल केंद्र में मंत्री हैं और अन्‍य पिछड़ा वर्ग की प्रमुख नेता के तौर पर देखी जाती हैं। लेकिन यूपी में मौजूदा विधानसभा के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी के साथ अब तक उनकी कोई खास घोषणा नहीं हुई है, जिसके मद्देनजर कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने स्‍पष्‍ट किया है कि उनकी पार्टी NDA के साथ है।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने टाइम्‍स नाउ नवभारत की एडिटर-इन चीफ नाविका कुमार से खास बातचीत की, जिस दौरान उन्‍होंने कई अहम मसलों पर अपनी बात रखी। यूपी में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और वे बीजेपी के साथ मिलकर यूपी चुनाव लड़ रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि बीजेपी के साथ शुरुआती कुछ चरणों के मतदान को लेकर सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है, जिसके तहत उम्‍मीदवारों के नामों की घोषणा की जा रही है, लेकिन आगे के चरणों, खास तौर पर पांचवें-छठे चरणों के चुनाव के लिए अभी बातचीत जारी है। उन्‍होंने माना कि सीट बंटवारे को लेकर कुछ अड़चनें हैं, पर यह भी कहा कि उन्‍हें पूरी उम्‍मीद है कि इसका निपटारा कर लिया जाएगा।

अनुप्रिया पटेल की मां समाजवादी पार्टी से जुड़ी हैं, उनसे इसे लेकर भी सवाल किया गया, जिस पर भी उन्‍होंने खुलकर अपनी बात रखी। उन्‍होंने कहा कि उनकी मां अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। जहां तक मां से व्‍यक्तिगत संबंधों की बात है तो उनके लिए खूब प्रेम है, सम्‍मान है। उन्‍होंने कहा, 'पिता भी मेरे ही थे, उनके आदर्शों, सिद्धांतों के लिए मैं संघर्ष कर रही हूं और सामाजिक न्‍याय की जिस विचारधारा के लिए उन्‍होंने अपना जीवन कुर्बान किया और बिना किसी पद पर रहते हुए भी अपना पूरा जीवन वह संघर्ष करते रहे, उन उसूलों, सिद्धांतों के साथ मैं कभी समझौता नहीं करूंगी।'

बातचीत के दौरान उन्‍होंने माना कि बीजेपी के साथ कुछ मुद्दों पर उनके मतभेद रहे हैं, लेकिन यह हमेशा मुद्दा आधारित रहा है और उन्‍होंने अपनी बात पार्टी नेतृत्‍व के समक्ष रखी, जिसे कई बार सुना भी गया। अब एक बार फिर वह बीजेपी के साथ चुनाव मैदान में हैं।

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