यूपी में प्रचंड जीत के बाद योगी आदित्यनाथ रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ मुलाकात करेंगे। एएनआई के मुताबिक बीजेपी की नई सरकार होली के बाद शपथ ले सकती है। इससे पहले शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ ने मौजूदा सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक की थी। इस बार ओबीसी चेहरे के रूप में उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को बड़ी जिम्मेदारी दी जाए। इसी तरह उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य भी इस बार दलित चेहरे के रूप में आगरा से उम्मीदवार थीं। वह न केवल खुद जीतकर आई है बल्कि आगरा की सभी 9 सीटें भाजपा की झोली में गई है। ऐसे में इसका इनाम बेबी रानी मौर्य को मिल सकता है। उनके साथ दलित और महिला फैक्टर दोनों जुड़ा हुआ है।
इनके अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरूण और ईडी में अधिकारी रह चुके राजेश्वर राव को उनकी प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। इसी तरह नोएडा से करीब 1.80 लाख वोटों से जीतकर आए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह, साहिबाबाद सीट से रिकॉर्ड 2.14 लाख वोटों से जीत दर्ज करने वाले सुनील शर्मा और देवरिया से ब्राह्मण चेहरे के रूप में जीतकर आए शलभ मणि त्रिपाठी भी मंत्रिमंडल में नए चेहरे हो सकते हैं। शलभ मणि इसके पहले योगी सरकार में मीडिया सलाहकार थे।
इन चेहरों को मिल सकती है जगह
अपना दल एस और निषाद पार्टी की भागीदारी
साथ ही अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल और संजय निषाद की निषाद पार्टी से भी प्रतिनिधित्व मिलने की पूरी संभावना है। इस बार ओम प्रकाश राजभर की जगह संजय निषाद या उनके बेटे को अहम मंत्रालय मिल सकता है। साथ ही अपना दल के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए अहम मंत्रालय दिए जा सकते हैं। इस बार अपना दल को 12 सीटें मिली हैं। जो उनका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।