मुंबई. सिंगर अनुराधा पौडवाल आज अपना 68वां बर्थडे मना रही हैं। पिछले 11 साल से सिंगिंग की दुनिया से दूर अनुराधा पौडवाल को एक वक्त दूसरी लता मंगेशकर तक कहा गया था। खुद टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार सिंगर अनुराधा पौडवाल को दूसरी लता मंगेशकर बनाना चाहते थे।
अनुराधा पौडवाल ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत 1973 में अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी स्टारर फिल्म 'अभिमान' से की थी। हालांकि, उन्हें पहला बड़ा ब्रेक 1976 में सुभाष घई की फिल्म 'कालीचरन' से मिला था।
अनुराधा पौडवाल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी और जयदेव जैसे संगीतकारों के साथ काम किया। बॉलीवुड गानों और भजन के अलावा पंजाबी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, उड़िया और नेपाली भाषा में भी गाने गाए हैं।
लिया ये गलत फैसला
80 और 90 के दशक में अनुराधा पौडवाल एक जाना-माना नाम बन गई थीं। उन्हें आशिकी, दिल है कि मानता नहीं और बेटा जैसी फिल्मों के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। अनुराधा की आवाज सुनने के बाद संगीतकार ओपी नय्यर ने कहा था कि लता का दौर चला गया है।
अनुराधा पौडवाल ने आखिर में फैसला किया था कि वह केवल टी-सीरीज लेबल के ही गाने गाएंगी। 90 के दौर में उनकी समकक्ष अल्का याग्निक और कविता कृष्णमूर्ति टी सीरीज के बाहर के गाने भी गा रही थीं।
दो बच्चों की हैं मां
साल 1997 में गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई थी। उनकी मौत के बाद अनुराधा पौडवाल ने फिल्मी गाने गाना छोड़ दिया था। वह अब केवल भजन ही गाने लगी थीं। इसके बाद उनके करियर में ठहराव हुआ था।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने एसडी बर्मन के असिस्टेंट और खुद भी एक म्यूजिक कंपोजर रहे अरुण पौडवाल से शादी की थी। उनके पति की असमय मृत्यु हो गई थी। उनके दो बच्चे आदित्य पौडवाल और कविता पौडवाल हैं।
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