Gandhi Jayanti 2021: फिल्मों से सख्त नफरत करते थे महात्मा गांधी, पूरे जीवन में देखी थी केवल ये दो फिल्में

Films Mahatma Gandhi Watched: महात्मा गांधी की जन्म जयंती पूरा देश धूमधाम से मना रहा है। जानिए कौन सी थी वो दो फिल्में जो महात्मा गांधी ने अपने पूरे जीवनकाल में देखी थी।

Mahatma Gandhi
Mahatma Gandhi 
मुख्य बातें
  • देशभर में आज गांधी जयंती मनाई जा रही है।
  • गांधीजी फिल्मों से काफी दूर रहते थे।
  • महात्मा गांधी ने अपनी जिंदगी में केवल दो फिल्में ही देखी थी।

मुंबई. देश भर में आज गांधी जयंती का राष्ट्रीय पर्व मनाया जा रहा है। महात्मा गांधी के व्यक्तित्व के कई पहलू हैं इसकी झलक उनके विचारों और लेखों में मिलती है। महात्मा गांधी फिल्मों से सख्त नफरत करते थे। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में केवल दो फिल्में ही देखी थी। 

महात्मा गांधी ने अपनी जिंदगी में महज दो फिल्में देखी थी। पहली फिल्म मिशन टू मॉस्को साल 1944 में देखी थी। इंड्रस्टलिस्ट शांति कुमार मोरारजी ने अपने संस्मरण में इसका जिक्र किया है। बापूजी की शिष्या मीराबेन ने बापू को फिल्म देखने के लिए मनाया था। गांधीजी तब आघा खान जेल से रिहा होकर नरोत्तम मोरारजी के परिवार के बंगले में रहते थे।

When 'unlawful' keeping of Rs 4 by his wife irked Mahatma Gandhi | India News - Times of India

फिल्म देखकर हुए थे नाराज
शांति कुमार ने अपने संस्मरण में बताया था कि घर में महात्मा गांधी को फिल्म दिखाने के लिए सारे इंतजाम किए गए। इसके लिए लोकल म्युनिसपेलिटी से परमिशन भी ली गई थी। 21 मई 1944 के दिन गांधी जी के लिए शो रखा गया। फिल्म की कहानी रूस में अमेरिका के एंबेसडर जोसेफ डेविस के संस्मरण पर आधारित थी। फिल्म में डांस सीन देखकर गांधी जी ने लोगों को डांटा कि उन्हें इस तरह का डांस दिखाया जा रहा है।'     

8 Books on Mahatma Gandhi every Indian should read | The Times of India

पूरी देखी थी राम राज्य
शांति कुमार के मुताबिक महात्मा गांधी को एक्टर और आर्ट डायरेक्टर कानू देसाई ने फिल्म राम राज्य गांधीजी को दिखाई। इस फिल्म को विजय भट्ट ने प्रोड्यूस किया था। शांति कुमार ने ये फिल्म देखी थी उन्हें पता था कि गांधीजी को ये फिल्म पसंद नहीं आएगी। 

Ram Rajya (1943) - Review, Star Cast, News, Photos | Cinestaanगांधीजी से फिल्म देखने के लिए कहा तो उनका जवाब था, 'मैंने अंग्रेजी फिल्म देखने की गलती की थी। क्या मुझे इंडियन फिल्म देखनी होगी।' 2 जून  1944 को फिल्म का शो रखा गया। गांधी जी पहले आधे घंटे ही फिल्म देखने के लिए राजी हुए लेकिन, उन्होंने फिल्म आखिरी तक देखी थी।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर