Throwback: 'जोधा अकबर' के लिए आशुतोष गोवारिकर ने लिया था 100 हथनियों का ऑडिशन, इतने करोड़ में बना था सेट

Hrithik and Aishwarya starrer Jodha Akbar Throwback: भारतीय सिनेमा की चर्चित ऐतिहासिक फिल्मों में जोधा अकबर एक मानी जाती है। ऋतिक रोशन-ऐश्वर्या राय बच्चन स्टारर जोधा अकबर को रिलीज हुए 13 साल पूरे हो गए हैं।

Hrithik and Aishwarya in Jodha Akbar
Hrithik and Aishwarya in Jodha Akbar  
मुख्य बातें
  • भारत में बनी मूवी 'जोधा अकबर' सबसे महंगी फिल्मों की लिस्ट में आती है।
  • इस फ‍िल्‍म के एक सीन के ल‍िए ल‍िया गया था 100 हथनियों का ऑडिशन।

Hrithik and Aishwarya starrer Jodha Akbar Throwback: भारतीय सिनेमा की चर्चित ऐतिहासिक फिल्मों में जोधा अकबर एक मानी जाती है। ऋतिक रोशन-ऐश्वर्या राय बच्चन स्टारर जोधा अकबर को रिलीज हुए 13 साल पूरे हो गए हैं। आशुतोष गोवारिकर की जोधा अकबर को सिनेमा जगत में खूब सराहा गया। 13 साल पूरे होने के मौके पर फिल्म निर्माता सुनीता गोवारि‍कर ने फिल्म में इस्तेमाल किए गए हाथियों के बारे में एक वीडियो शेयर कर खुलासा किया था। जोधा अकबर बॉलीवुड की सबसे भव्य फिल्मों में से एक है जिसे बनाने में भारी भरकम खर्चा हुआ था। 

सुनीता गोवार‍िकर ने एक पुराना वीड‍ियो साझा कर बताया कि फिल्म के लिए 100 हथन‍ियों का ऑड‍िशन हुआ था। सुनीता ने वीड‍ियो में बताया कि फिल्म के एक सीन के लिए आशुतोष को 100 हथन‍ियां चाहिए थी। आशुतोष की इस बात से वह हैरान थीं और इसकी वजह पूछने लगीं। आशुतोष ने कहा कि बड़ी संख्या में हथन‍ियों को लेना मतलब VFX के खर्चे को कम करना था। वहीं हाथी क्‍यों नहीं? इस सवाल का जवाब देते हुए आशुतोष ने कहा था कि हाथी गुस्सैल होते हैं और सुरक्षा को मद्देनजर हथन‍ियों को रखना ठीक रहेगा। 

एक साइज की हथनियां
आशुतोष गोवारिकर इस फ‍िल्‍म के एक एक सीन को लेकर कितना गंभीर थे वो इससे पता चलता है कि उन्‍हें एक ही साइज की 100 हथनियां चाहिए थीं। आशुतोष हथन‍ियों के झुंड के आगे खड़े हुए और एक एक को उसके नाम से बुलाकर देखा। जोधा अकबर जैसी फिल्में बनाना कोई बच्चों का खेल नहीं है, इस मूवी को बनाने में और इसका सेट तैयार करने में आशुतोष गोवारिकर को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी।

बेहद महंगा था सेट
यह फिल्म इतनी महंगी है कि इसका सेट तैयार करने में ही 12 करोड़ रुपए लग गए थे। जब फिल्म रिलीज हुई थी तब इस फिल्म ने इससे कई गुना ज्यादा पैसे कमा लिए थे। और यह फिल्म देखने के बाद समझ आ गया था कि गोवारिकर ने इतने पैसों का सही तरीके से इस्तेमाल किया था। फिल्म के सेट ने इस फिल्म को इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया है।

आशुतोष गोवारिकर ने वैसा ही सेट बना दिया जो मुगल काल के समय से मैच करे। इस फिल्म की शूटिंग को करजात में शुरू किया गया जहां प्रोडक्शन टीम ने ऐसा सेट डिजाइन किया था जो भारी भरकम किले और युद्ध मैदान को दर्शाता था। गोवारिकर की मदद सेट डिजाइनर नितिन देसाई ने की, जिन्होंने आगरा और जयपुर के हजारों पिक्चर्स क्लिक किए थे। 

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