बॉलीवुड के दो सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और दिवंगत राजेश खन्ना की फिल्म आनंद साल 1971 में रिलीज हुई थी। ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी जिसने कई अवॉर्ड जीते थे। ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनी इस फिल्म को दर्शकों को खूब प्यार मिला था। अब फिल्म रिलीज के 51 साल बाद इसका रीमेक बनने जा रहा है।
ऐसी हो सकती है कहानी
इस फिल्म को एन.सी सिप्पी ने प्रोड्यूस किया था। अब इसकी रीमेक को उनके पोते समीर राज सिप्पी और विक्रम खखर मिलकर प्रोड्यूस करेंगे। हालांकि फिल्म की स्टार कास्ट और शूटिंग को लेकर कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है। साथ ही फिल्म के प्रोड्यूसर को लेकर भी कुछ फाइनल नहीं हुआ है। रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म की कहानी पोस्ट- कोविड के बाद के समय पर आधारित होगी।
ये भी पढ़ें: अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की इस फिल्म का बनेगा रीमेक, सामने आई अहम जानकारी
फिल्म के मशहूर डायलॉग
मालूम हो कि इस फिल्म को ऋषिकेश मुखर्जी और गुलजार ने लिखा था। फिल्म के डायलॉग्स भी गुलजार ने लिखे थे।फिल्म में कई मशहूर डायलॉग हैं लेकिन इनमें से सबसे मशहूर है, 'बाबूमोशाय, जिंदगी बड़ी होनी चाहिए.. लंबी नहीं।' इसके अलावा 'बाबूमोशाय जिंदगी और मौत तो ऊपरवाले के हाथ है.. उसे ना तो आप बदल सकते हैं ना मैं।' 'कब कौन कैसे उठेगा यह कोई नहीं बता सकता', 'आनंद मरा नहीं, आनंद मरते नहीं..।', 'ये भी तो नहीं कह सकता कि मेरी उम्र तुझे लग जाए।'
51 साल पहले हुई थी रिलीज
साल 1971 में रिलीज हुई ऑरिजिनल फिल्म की बात करें तो इसमें राजेश खन्ना ने आनंद सहगल/जयचंद का रोल प्ले किया था जबकि अमिताभ बच्चन डॉ. भास्कर बनर्जी के रोल में थे। फिल्म की कहानी एक बीमार शख्स की है जिसे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी है लेकिन वो हर हाल में खुश रहना जानता है। वो चाहता है कि उसके साथ रहने वाले लोग भी उसे देखकर निराश ना हों।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।