लता मंगेशकर के निधन के लगभग एक हफ्ते बाद फिल्म इंडस्ट्री ने बप्पी लहरी को भी खो दिया। बप्पी लहरी और लता मंगेशकर के पारिवारिक संबंध थे। लता दीदी ने बप्पी दा के लिए कई गाने गाए हैं। यही नहीं, बप्पी लहरी की पहली फिल्म में भी लता मंगेशकर ने ही गाना गाया था। एक इंटरव्यू में बप्पी दा ने कहा था कि लता मंगेशकर के कारण उनका करियर बचा था।
साल 2012 में ई टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में बप्पी लहरी ने कहा था, 'मैं चार साल का था जब ईडेन गार्डन कोलकाता के पास रहता था। लाताजी मेरे घर आई और मुझे आशीर्वाद दिया था। मेरे पास अभी भी फोटो है, जिसमें मैं उनकी गोद में बैठा हूं। उन्होंने मेरे पिता अपरेश लहरी के लिए कई बंगाली गाने गाए हैं, जो कोलकाता के जाने-माने संगीतकार थे। तभी से लता दीदी ने मुझे सपोर्ट किया। उन्होंने मेरी पहली बंगाली फिल्म दादू के लिए गाना गाया था। अगर उन्होंने गाना नहीं गाया होता तो कॉम्पिटिशन में मैं पीछे रह गया होता।'
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आमिर खान के पिता ने दिया ब्रेक
बप्पी लहरी ने इसी इंटरव्यू में आगे कहता था, 'मेरे पहला बॉलीवुड हिट गाना आमिर खान के पिता ताहिर हुसैन की फिल्म जख्मी का था। इस फिल्म में लताजी ने 'अभी भी थी दुश्मनी' और 'आओ तुझे चांद पे ले जाऊं' गाना गाया था। दोनों ही फिल्में बड़ी हिट फिल्म थी। फिल्म में आशाजी और किशोर कुमार का एक ड्यूट जलता है जिया मेरा भीगी-भीगी रातों में गाया था। इसके बाद फिल्म चलते-चलते और आपकी खातिर में संगीत दिया, जिसमें बंबई से आया मेरा दोस्त काफी पॉपुलर था। ये गाना आज तक गाया जाता है। ऐसे ही मेरे करियर की शुरुआत हुई थी।'
गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार
बप्पी लहरी के निधन पर परिवार द्वारा आधिकारिक बयान में कहा है, 'हमारे लिए ये बेहद दुख की घड़ी है। उनका अंतिम संस्कार बेटे बप्पा के अमेरिका से आने के बाद 17 फरवरी को दोपहर तक किया जाएगा।'
बप्पी लहरी मुंबई के जुहू स्थित क्रिटीकेयर अस्पताल में भर्ती थे, जहां दीपक नामजोशी उनका ट्रीटमेंट कर रहे थे। वह पिछले एक साल से ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) से पीड़ित थे। साल 2021 में बप्पी दा कोरोना से भी संक्रमित हुए थे।
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