US में गर्भपात को गैरकानूनी बनाने के फैसले पर प्रियंका चोपड़ा की प्रतिक्रिया, शेयर किया ये कार्टून

Priyanka Chopra on US Court verdict on abortion: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के गर्भपात के फैसले को पलट दिया। इसकी हर तरफ आलोचना हो रही है। प्रियंका चोपड़ा ने भी इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

Priyanka Chopra
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मुख्य बातें
  • प्रियंका चोपड़ा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना की है।
  • कोर्ट ने अपने फैसले में महिलाओं के गर्भपात के अधिकार को छीन लिया है।
  • प्रियंका चोपड़ा ने मिशेल ओबाला का पोस्ट रीपोस्ट किया है।

Priyanka Chopra on US Supreme court verdict: अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने 50 साल पुराने रो बनाम वेड केस में दिए फैसले को पलट दिया है। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को गैरकानूनी घोषित कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले की हर तरफ आलोचना हो रही है। हॉलीवुड सितारे खुलकर इस फैसला का विरोध कर रहे हैं। वहीं, बॉलीवुड सेलेब्स और टीवी जगत के सितारों ने भी इसे गलत ठहराया है। अब प्रियंका चोपड़ा ने भी इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

प्रियंका चोपड़ा ने अपनी इंस्टा स्टोरी में दो फोटोज शेयर की है। पहली फोटो में दो कार्टून बने हुए है। गन कार्टून के साथ लिखा हुआ, 'इसे आप रखने के लिए स्वतंत्रत हैं।' वहीं, महिला के बेबी बंप के कार्टून के साथ लिखा हुआ है, 'आपको जबरदस्ती इसे रखना है।' इसके अलावा कार्टून के साथ कैप्शन में लिखा है, 'सुप्रीम कोर्ट के ये फैसले हमेशा बदनाम होंगे। प्रियंका चोपड़ा ने इसके अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की वाइफ मिशेल ओबामा का लिखा पोस्ट भी शेयर किया है। इस पोस्ट में मिशेल ओबामा ने लिखा था कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उनका दिल टूट गया।

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इन सेलेब्स ने किया रिएक्ट
प्रियंका चोपड़ा से पहले हॉलीवुड एक्ट्रेस टेलर स्विफ्ट ने इस फैसले पर रिएक्ट किया था। टेलर स्विफ्ट ने सोशल मीडिया पर लिखा था, 'मुझे काफी डर लग रहा है। हम अब भी यहीं पर हैं। पिछले कई दशक तक महिलाओं ने अपने शरीर के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था। आज इस फैसले ने हमसे वह अधिकार भी छीन लिया है।' इसके अलावा दिव्यांका त्रिपाठी दाहिया ने लिखा, 'महिलाओं को भी फैसला लेने का अधिकार होना चाहिए। इस अधिकार को पाने के लिए महिलाओं ने कई साल तक संघर्ष किया है। चाहे वह किसी भी जाति या राष्ट्र की महिला हो, हम सभी एक है।'

आपको बता दें कि साल 1973 में रो बनाम वेड मामले में महिलाओं को गर्भपात कराने का संवैधानिक अधिकार मिला था। जेन रो ने गर्भपात को लीगल कराने के लिए याचिका दाखिल की थी। इसका वकील हेनरी वेड ने विरोध किया। इसी के बाद इस केस को दुनियाभर में रो बनाम वेड केस से जाना जाने लगा।

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