हर मर्ज की दवा है अमलतास का पेड़, फल-फूल से लेकर पत्ते और तने तक हर भाग है सेहत के लिए गुणकारी

आयुर्वेद में अमलतास के फल, फूल, तने, जड़ , छाल यानि संपूर्ण पेड़ का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। यह गैस, कब्ज, गठिया, डायबिटीज आदि बामारियों से निजात दिलाने के लिए रामबांण होता है।

Amaltas Benefits in Hindi
अमलतास के पेड़ के फायदे  |  तस्वीर साभार: YouTube
मुख्य बातें
  • पेड़ का हर हिस्सा गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर।
  • अमलतास का फूल चंद मिनटों में दिलाता है कब्ज से राहत।
  • नियमित तौर पर इसका सेवन कब्ज की समस्या को जड़ से करे खत्म।

हमारे आसपास पर्यावरण में कुछ ऐसे पेड़ पौधे मौजूद हैं जिनके स्वास्थ्य लाभ जानकर आप हैरान हो जाएंगे। आज हम आपको एक ऐसे ही पेड़ से रूबरू कराएंगे जिसके स्वास्थ्य संबंधी फायदों को जानकर आप चौंक उठेंगे। जी हां ऐसा ही पेड़ है अमलतास का पौधा, यह पेड़ किसी जादुई पेड़ से कम नहीं है। इस पेड़ का प्रत्येक भाग गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने औऱ इनके संक्रमण से दूर रखने में कारगार होता है। आपको बता दें आयुर्वेद में इस पेड़ के हर भाग का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कैसे करें अमलतास के पेड़ की पहचान और इसके शारीरिक लाभ के बारे में।

क्या है अमलतास:
अमलतास का यह पेड़ 5 से लेकर 15 मीटर तक ऊंचा हो सकता है। इस पेड़ पर मार्च से जुलाई के बीच सुनहरे पीले रंग के फूल लगते है। तथा इसके फल लंबे और बेलनाकार होते हैं, जो देखने में किसी डंडे की तरह लगते हैं। यह फल हरे रंग के होते हैं और पक जाने पर यह फल गहरे भूरे रंग का हो जाता है। इस पेड़ के फलों, फूलों तने और पत्तों में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कई प्रकार के शारीरिक समस्याओं के उपचार के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं अमलतास के स्वास्थ्य संबंधी अचूक फायदे।

कब्ज से दिलाए राहत:
कब्ज पेट संबंधी अन्य गंभीर बीमारियों को भी दावत देता है। ऐसे में अमलतास का फूल कब्ज को दूर करने में रामबांण सिद्ध होता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कब्ज को दूर करने वाली औषधि में किया जाता है। ऐसे में कब्ज होने पर आप इसके फूल के गूद को पानी में भिगो दें और पूरी रात इसे पानी में रहने दें, फिर सुबह इसमें नाम मात्र चीनी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें और सेवन करें। ऐसा करने पर आपको कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है और आपका पेट हमेशा साफ रहता है।

बुखार में लाभकारी:
आपको बता दें अमलतास के पेड़ की जड़ का इस्तेमाल बुखार की दवाइयों के लिए भी किया जाता है। यह बुखार से निजात दिलाने के साथ शरीर दर्द के लिए पेन किलर का काम करता है। इसके लिए पहले आप इसकी जड़ को गूद लें, अब बुखार होने पर दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करें। बहुत जल्द आपको बुखार और शरीर दर्द से राहत मिल जाएगा।

दाद, खाज, खुदली और जलन से दिलाए राहत:
यदि आप त्वचा पर दाद, खाज, खुजली, जलन, दाने की समस्या से परेशान रहते हैं और काफी इलाज कराने के बाद भी आपको राहत नहीं मिल रहा है तो एक बार हमारे इस रामबांण उपाय को अवश्य अपनाएं। इसके लिए आप अमलतास की फलियों को पहले अच्छी तरह पीस लें, अब दाद या खुजली वाले अंग पर इसका लेप अच्छे से लगाएं। नियमित तौर पर इसे लगाने से बहुत जल्द आपको इस समस्या से निजात मिल जाएगा।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए मजबूत:
पोषक तत्वों से भरपूर अमलतास का पौधा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इस पेड़ की छाल एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है, जो आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। इसके नियमित तौर पर सेवन से आप मौसमी बीमियोंके संक्रमण से दूर रह सकते हैं।

फोड़े फुंसी को करे जड़ से खत्म:
गर्मी का मौसम आ गया है ऐसे में बच्चों लेकर बड़े अक्सर फोड़े फुंसी की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में अमलतास का पौधा इससे निजात दिलाने के लिए किसी जादू से कम नहीं है। इसके लिए आप इस पौधे की छाल को नीम की छाल के साथ पीसकर फोड़े फुंसी पर लगा सकते हैं। ऐसा करने पर आपका घाव बहुत जल्द सूख जाएगा।

चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाए:
अमलतास का फूल त्वचा की खूबसूरती को निखारने में कारगार उपाय होता है। इसे पीसकर इसका लेप बनाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा पीले फूल की तरह खिल उठता है। आपको बता दें यह उपाय किसी फेशियल क्रीम से कम नहीं है। यह आपके चेहरे पर मौजूद दाग धब्बों और मुहासे को खत्म कर देता है।

डायबिटीज:
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए अमलतास का पौधा बेहद लाभकारी होता है। इसके लिए आप अमलतास के पौधे के छाल का अर्क बनाकर नियमित तौर पर सेवन करें। यह इंसुलिन नियमित रखता है, जिससे शुगर का लेव बढ़ता औऱ घटता नहीं है। एंटी डायबिटीज गुओं से भरपूर यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रो को नियंत्रित करता है।

गठिया से दिलाए निजात:
जोड़े में दर्द, गठिया में दर्द, कमर में दर्द औऱ सूजन की समस्या से परेशान लोगों के लिए अमलतास का पौधा बेहद गुणकारी होता है। एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर इसकी 15 से 20 पत्तियों को नियमित तौर पर घी में तलकर खाने से गठिया रोग से निजात पाया जा सकता है।

प्रेग्नेंसी की संभावना को करे कम:
अमलतास से संभोग करने के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना को 70 प्रतिशत कम किया जा सकता है। प्राचीन समय में इसका इस्तेमाल प्रेग्नेंसी की संभावना को कम करने के लिए किया जाता था। इसके लिए अमलतास के फलों के बीज को पीस कर लगातार पांच दिनों तक सेवन करना होता है।

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