गाय और भैंस के दूध में क्या हैं अंतर, जानिए सेहत के लिए दोनों में से कौन है ज्यादा बेहतर

हेल्थ
Updated Dec 07, 2019 | 07:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

रोजाना दूध (Milk) या उससे बनी चीजों को अपनी डाइट (Diet) में शामिल करना बेहद जरूरी है। दूध एक कंप्लीट फूड होता है, लेकिन दूध, गाय (Cow milk) का बेहतर है या भैंस(buffalo milk) का? तो जानें खास बातें।

Milk
Milk 
मुख्य बातें
  • प्रोटीन और फैट की मात्रा गाय के मुकाबले भैंस के दूध में ज्यादा।
  • गाय का दूध पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
  • बेहतर नींद के लिए गाय का दूध अच्छा होता है।

नई दिल्ली. नवजात शिशु छह महीने तक दूध पर ही निर्भर होता है। ये एक कंप्लीट फूड है और आयुर्वेदिक औषधियां ज्यादातर गुनगुने दूध से लेने की सलाह दी जाती है। यानी दूध में औषधिय गुण भी होते हैं। दूध या दूध से बनी चीजें यदि रोज आपके आहार में शामिल हो रही हैं तो आपके शरीर में पोषकता की कमी तो नहीं होने पाएगी। 

एक सवाल जो बार-बार सबके मन में उठता है वह है कि दूध कौन सा बेहतर होता है। गाय या भैंस? गाय के दूध में भैंस के दूध की अपेक्षा फैट की मात्रा कम होती हैं, जबकि भैंस के दूध में फैट ज्यादा होता है और यही कारण है कि भैंस का दूध गाढ़ा होता है। 

गाय के दूध में भैंस की दूध की अपेक्षा करीब चार प्रतिशत तक फैट की मात्रा कम होती है। समान्यत: गाय के दूध में 3-4 फीसदी फैट होता है, जबकि भैंस के दूध में 7-8 फीसदी तक फैट की मात्रा होती है। यही कारण है कि भैंस के दूध को पचाना आसान नहीं होता है। इसके अपेक्षा गाय का दूध पाचन के लिए सही होता है। 

गाय के दूध में होती है जयादा पानी की मात्रा  
शिशु जो मां का दूध किसी कारणवश नहीं पी पाते, उन्हें गाय का दूध ही दिया जाता है। यदि आप डाइट कांशियस हैं या कोई शारीरिक दिक्कत है तो आपको गाय का दूध ही पीना चाहिए। यदि आपको वेट बढ़ाना है या कमजोरी रहती हो तो आप भैंस का दूध पीएं।  

गाय का दूध पतला होता है और इसमें करीब 88 फीसदी तक पानी होता है। यही कारण है कि ये सुपाच्य होता है। सौ ग्राम गाय के दूध में करीब 88 प्रतिशत पानी होता है, जबकि भैंस के दूध में पानी की मात्रा 70 प्रतिशत तक होती है।  

प्रोटीन की कमी है तो पिए भैंस का दूध
आपको यदि प्रोटीन डिफिशियंसी या प्रोटीन की कमी है तो आपको भैंस के दूध पीना चाहिए। गाय के दूध की अपेक्षा भैंस के दूध में 10 से 11 फीसदी ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। प्रोटीन की वजह से यह हीट रेजिस्टेंट होता है और यही कारण है कि इसे रोगी, बुजुर्गों और नवजात शिशुओं को देने से मना किया जाता है।  

भैंस और गाय के दूध में एक बड़ा अंतर कोलेस्ट्रॉल का भी है। यहां एक विशेष अंतर ये है कि भैंस के दूध में गाय के दूध की अपेक्षा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। इसलिए भैंस का दूध हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, किडनी प्रॉब्लम में आपको भैंस का दूध पीना चाहिए।  

जानिए किसमें होती है ज्यादा कैलोरी
भैंस के दूध में प्रोटीन और फैट दोनों ही ज्यादा होता है। वहीं, गाय के दूध में ये दोनों ही कम होते हैं। एक कप भैंस के दूध से आपको 273 कैलोरी मिलती हैं, वहीं 1 कप गाय के दूध से केवल 148 कैलोरी मिलेगी।  

भैंस का दूध पीने के बाद आपको नींद अच्छी नहीं आएगी, जबकि गाय का दूध सोने से पहले पीना आपको बेहतर नींद देता है। वहीं भैंस के दूध पनीर, खोया, दही, खीर, कुल्फी, घी ज्यादा स्वादिष्ट होता है, जबकि गाय के दूध से बनी ये चीजें वेट कांशियस लोगों के लिए बेहतर होती हैं।  

पोटैशियम और सोडियम 
कैल्शियम की मात्रा भैंस के दूध में अधिक होती है, जबकि गाय के दूध में पोटैशियम और सोडियम की मात्रा कम होती है इसलिए यह बच्चों और हाई बीपी वालों के लिए अधिक उपयोगी होता है। 

गाय का दूध पित्त हरने वाला होता है और पाचन बेहतर करता है जबकि भैंस के दूध पाचन में आसान नहीं और इसका घी कफ कारक और पित्तकारक होता है।  तो कोशिश करें दूध गाय का ही लें। यदि आपको कोई समस्या न हो या वेट ज्यादा न हो तो भैंस के दूध को लेने में भी बुराई नहीं।

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