जैतून का तेल ज्यादातर खाना पकाने और या किसी खाने को प्रिजर्व करने में यूज किया जाता है। लेकिन अपको यह पता है कि कुछ लोग इस तेल को पीते भी हैं। ऐसा माना जाता है कि जैतून का तेल पीने से इसके बहुत से लाभ शरीर को मिलते हैं और कई पुराने रोगों के इलाज में भी ये बहुत कारगर होता है।
वहीं कुछ लोगों को इस बात का संशय रहता है कि क्या जैतून का तेल पीना सही है। क्योंकि ये तेल है तो कहीं ये नुकसान तो नहीं करता। यदि आपके मन में भी ऐसे सवाल उठते हैं तो आपको यहां जवाब मिल जाएगा। जानें, क्या आपको जैतून का तेल पीना चाहिए या नहीं।
लोग जैतून का तेल क्यों पीते हैं
मेडिटेरियन रीजन में लोग अधिकतर सुबह के समय करीब 60 मिली रोज जैतून का तेल पीते हैं। उनका मानना है कि ये कई रोगों से बचाता है और कई रोगों का इलाज भी करता है क्योंकि ये एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सिडेंट से भरा होता है। साथ ही ये भी माना जाता है कि ये तेल पीने से शरीर डिटॉक्स होता है। पेट की गर्मी को शांत करता है और वेट कम करने में भी मददगार होता है। लोग ये मानते हैं कि जैतून का तेल पीने खाना बनाने में प्रयोग करने से ज्यादा फायदेमंद होता है।
जैतून के तेल का प्रयोग करने से मिलते हैं ये लाभ
शोध और कई स्टडीज से ये पता चलता है कि जैतून के तेल को पीने से कई स्वास्थ्य भरे फायदे हैं। इसमें गुड फैट हाते हैं और सीमित मात्रा में इसे पीने से ये शरीर को फायदा पहुंचाते हैं। जैतून के तेल पोषक तत्वों से भरा होने के कारण सबसे अमीर तेल माना जाता है। इसे पीने या खाने से सभी प्रकार की अच्छी वसा की जरूर पूरी हो जाती है। ये दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है और दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करता है। जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं और इसमें मौजूद वसा से केवल 20-30% कैलोरी मिलती है। जैतून तेल का एक बड़े चम्मच रोज पीने से वसा की निर्धारित मात्रा मिल जाती है।
कब्ज से राहत दिलाता है
जैतून का तेल पीने से कब्ज से राहत मिलती है। कब्ज प्रभावित लोग यदि रोज एक चम्मच जैतून का तेल पीएं तो उनकी समस्या जड़ से खत्म हो सकती है। जैतून के तेल में जो खनिज तत्व होते हैं वो मोशन लूज करने वाली दवाओं में भी होते हैं। इससे तेल पीने से हार्ड स्टूल की समस्या दूर होती है और पेट साफ होता है। ये आंतों के लिए भी अच्छी होती है।
दिल की सेहत में फायदेमंद है
जैतून का तेल लंबे समय तक पीते रहें तो ये दिल के लिए भी अच्छा है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड वसा होती है जो ह्रदय रोगों के जोखिम को कम करता है। एफडीए का दावा है कि संतृप्त वसा में उच्च वसा और तेलों की जगह यदि रोज 1.5 चम्मच ओलिक एसिड लिया जाए जो कि जैतून के तेल में होता है, वह ह्रदय रोग के खतरे कम करता है।
जाने जैतून के तेल के अन्य लाभ
जैतून के तेल में एक स्वस्थ वसा होता है, नियमित रूप से पीने से दिल,हड्डी और पाचन स्वास्थ्य बेहतर होता है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।