सिगरेट पीना यानि धूम्रपान करना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है। कुछ लोग फैशन में आकर इसे अपनी लाइफस्टाइल का जरिया बना लेते हैं फिर उन्हें इसकी ऐसी लत लग जाती है कि वे चाह कर भी इसे नहीं छुड़ा सकते हैं। ऊपर से तो धूम्रपान के नुकसान का असर हमें पता नहीं चलता लेकिन अंदर ही अंदर यह हमें खोखला करता चला जाता है। इसके कारण कई तरह की बीमारियां हमें घेर लेती हैं। यही कारण है कि सिगरेट और गुटखे के पैकेट पर लिखा होता है यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सिनेमाघरों में भी इसे लेकर वैधानिक चेतावनी दी जाती है।
यह ना सिर्फ हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है बल्कि यह पूरे शरीर को नष्ट करके रख देता है। सिगरेट के अंदर मौजूद निकोटिन हमारे स्वास्थ्य के लिए एक तरह का दुश्मन होता है। इससे निकलने वाला हानिकारक धुंआं जिसे आप सांसों के जरिए अपने अंदर लेते हैं वह एक प्रकार का धीमा जहर है। आज जानते हैं सिगरेट पीने से होने वाले नुकसान के बारे में ताकि आगे से आप स्मोकिंग करने से पहले ये बातें जरूर ध्यान में रख लें-
जब आप सिगरेट पीते समय धुंआं अपने अंदर लेते हैं तो इस जहरीले धुएं का सीधा असर आपके फेफड़े पर पड़ता है। धीरे-धीरे ये एक विकराल रुप धारण कर लेता है। आगे चलकर ऐसे लोगों को फेफड़े से जुड़ी घातक बीमारियां हो जाती हैं। फेफड़ा ब्लॉक हो जाने का डर रहता है। फेफड़े का कैंसर का भी खतरा बन जाता है। सिगरेट पीने से पूर फेफड़ा काला पड़ जाता है और वह अच्छे से काम करना बंद कर देता है। वैसे लोग जो नियमित तौर पर स्मोक करते हैं उनके बच्चों में कफ, खांसी और अस्थमा का खतरा आम हो जाता है। उनमें निमोनिया होने का खतरा भी ज्यादा होता है।
सिगरेट में मौजूद निकोटिन ब्लड वेसल्स को टाइट कर देता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आने लगती है। सिगरेट लगातार पीने से शरीर में रक्त का ठीक तरह से प्रवाह नहीं हो पाता है। स्मोकिंग से ब्लड प्रेशर की समस्या का भी खतरा पैदा हो जाता है। हृदय में ब्लड क्लॉट्स भी बन सकते हैं जिससे स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है।सिगरेट पीने वालों में दूसरे लोगों की अपेक्षा हृदय रोग का खतरा अधिक होता है।
ज्यादा स्मोकिंग करने से स्किन पर, बालों पर और नाखूनों पर भी बुरा असर पड़ता है। तंबाकू स्किन को खराब कर देता है। हालिया स्टडी से पता चलता है कि ज्यादा सिगरेट पीने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यह नाखूनों में फंगल नेल इंफेक्शन के खतरे को भी बढ़ा देता है। सिगरेट में पाया जाने वाला निकोटिन बालों के लिए काफी नुकसानदेह होता है। इससे बालों के झड़ने की समस्या गंजा होने का खतरा और बाल सफेद होने का खतरा बढ़ जाता है।
स्मोकिंग करने से पैनक्रिएटिक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इससे मुंह का कैंसर और गले के कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ लोग स्मोक करते हैं लेकिन वे धुंआं को अंदर नहीं लेते हैं उनमें भी मुंह के कैंसर का खतरा होता है। यह शरीर में इंसुलिन के स्तर को कम कर देता है। इससे टाइप टू डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है।
स्मोकिंग से रीप्रोडक्शन सिस्टम खराब कर देता है। तंबाकू में मौजूद निकोटिन जेनिटल एरिया में ब्लड के प्रवाह को रोक देता है। ये समस्या महिला और पुरुषों दोनों में हो सकता है। पुरुषों में ज्यादा स्मोकिंग करने से सेक्शुअल प्रॉब्लम आ जाती है। उनकी सेक्शुअल परफॉर्मेंस पर इसका असर पड़ता है। स्मोकिंग से महिला और पुरुष दोनों में सेक्स हॉर्मोन लेवल कम हो जाता है।