कुछ लोग का दिमाग से तेज होता है तो वहीं कुछ लोग दिनचर्या में अलग तरह से मेहनत करके खुद बेहत बनाते हैं। कई नई चीजों को सीखने में हमें दिमाग का काफी इस्तेमाल करना पड़ता है। फि चाहे नई भाषा सीखना हो, नया काम या कोई नई स्किल। ऐसी परिस्थिति में हमारे दिमाग को पोषक तत्वों की बहुत जरूरत होती है। हाल ही में शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया हैं कि कोई भी पेय पदार्थ पीना हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे दिमाग के लिए भी फायदेमंद होता है। वहीं, होममेड हॉट चॉकलेट पेय तो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
ऐसे पता चले हॉट चॉकलेट के फायदे
बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन में कोको में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स के प्रभावों का पता लगाया है, जो यंगर और हेल्दी एडल्ट्स के ब्रेन फंक्शन पर असर करता है। यह अध्ययन 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच 18 पुरुषों पर किया गया। हर शख्स को उस प्रोसीजर से गुजरना पड़ा, जिसमें उनके ब्रेन के ब्लड सर्कुलेशन को चेक किया गया। प्रत्येक व्यक्ति को 5 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड को सांस के रूप में लेना पड़ा। गैस की कंसंट्रेशन सामान्य CO2 से 100 गुना अधिक थी, जो आमतौर पर हवा में कंसंट्रेशन होती है । इस परिस्थिति में ब्लड सर्कुलेशन में कार्बन डाइऑक्साइड की कंसंट्रेशन बढ़ जाती है, जिसे मेडिकल टर्म में हाइपरकेनिया के रूप में जाना जाता है। 18 लोगो पर इस प्रक्रिया को दो बार किया गया। एक बार कोको पीने से पहले और फिर पीने के बाद दो। दो
शोध के बाद का परिणाम
शोध होने के बाद अंत में पाया गया कि जिन लोगों ने फ्लेवनॉल से भरपूर कोको से बने पेय पदार्थ को पिया था, उनमें हाइपरकेपनिया के रिस्पॉन्स में ब्लड ऑक्सीजन का लेवल हाईस्ट था। ब्लड ऑक्सीजन का स्तर उन लोगों की तुलना में तीन गुना अधिक था, जिन्होंने प्रोसेस्ड, अल्कालाइज्ड युक्त कोको पेय पीया था। आखिर में देखा गया कि प्रतिभागियों ने मुश्किल टास्क को औसतन 11 प्रतिशत तेजी से पूरा किया।
इस अध्ययन से यह साफ पता चलता है कि फ्लेवनॉल दिमाग को तेजी से काम करने में मदद करता है। कोको के अलावा भी कई नेचरुल प्रोडक्ट में फ्लेवनॉल मौजूद होता हैं, जिनमें सेब, जामुन, अंगूर और ग्रीन टी प्रमुख हैं। इसमें फ्लेवनॉल काफी मात्रा में पाया जाता है। अगर आप भी अपने दिमाग को और तेज बनाना चाहते हैं तो फ्लेवनॉल से भरपूर होममेड चॉकलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।