नई दिल्ली. किडनी में एक बार स्टोन बनना शुरू होता है तो वह बार-बार बनता रहता है। किडनी स्टोन का इलाज यदि न किया जाए तो ये गंभीर दर्द का कारण तो बनता ही है, किडनी को भी खराब भी करता है। ऐसे में खानपान में परहेज करना भी बहुत जरूरी हो जाता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) के आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 12 प्रतिशत लोग किडनी स्टोन से पीड़ित होते हैं और करीब 50 प्रतिशत लोग इसके बारे में जानते ही नहीं।
आपको जान कर आश्चर्य होगा कि हमारे घर में ही कई ऐसे घरेलू उपचार हैं जो स्टोन की समस्या को आसानी से खत्म कर सकते हैं। अतिरिक्त कैल्शियम लेने से बचने के साथ इसका सही इलाज होना भी जरूरी है।
किडनी स्टोन क्या है?
किडनी स्टोन एक तरह का कैल्शियम का जमाव होता है, जो पत्थरों का रूप ले लेता है। शरीर से बाहर निकलने के लिए इन पत्थरों को मूत्र मार्ग का सहारा लेना पड़ता है। किडनी स्टोन बहुत दर्दनाक हो सकता है।
किडनी में स्टोन तब होता है जब कैल्शियम ऑक्सालेट जैसे लवण और खनिज गुर्दे में क्रिस्टलीकृत होने लगते है और कठोर पत्थर बना जाते हैं। किडनी स्टोन को यूरोलिथियासिस भी कहा जाता है।
किडनी स्टोन का कारण
शरीर में जब पानी की कमी होने लगती है तो तरल पर्दाथ जो किडनी से यूरिन के जरिये बाहर आते हैं। उसमें नमक और खनिज यौगिक तेजी से बाहर नहीं निकल पाते और ये किडनी में ही चिपकने लगते हैं।
पानी की कमी से ये बहुत धीमे-धीमे बाहर आते हैं। किडनी में लंबे समय तक जमा होते होते ये क्रिस्टल में बदल जाते हैं और स्टोन का रूप धारण कर लेते हैं। पानी के अभाव में ये फ्लश आउट नहीं हो पाते।
स्टोन को निकालने के लिए ये हैं घरेलू उपाय
पानी सबसे सस्ता और आसान इलाज
किडनी में स्टोन हो तो पानी से बेहतर कोई और इलाज नहीं हो सकता। पानी की कमी से ही यह समस्या होती है और जब पानी बहुत पीया जाता है तो ये किडनी में जमा क्रिस्टल को फोर्स के साथ बाहर निकालने में मदद करता है। रोज करीब 12 से 15 ग्लास पानी पीना चाहिए। जितना अधिक आपको यूरिन होगी, उतना ही स्टोन के बाहर निकलने की संभावना बढ़ेगी।
नींबू का रस कैल्शियम को तोड़ता है
नींबू में मौजूद साइट्रेट जमा कैल्शियम को तोड़ने का काम करता है। इससे स्टोन टुकड़ों में टूटकर बाहर निकलती रहती है। साथ ही ये किडनी में क्रिस्टल को जमने से भी रोकता है। इसलिए जितना हो सके नींबू का सेवन करें।
तुलसी यूरिक एसिड बनने से रोकती है
तुलसी की पत्तियों में गजब का औषधिय गुण भरा होता है। तुलसी की पत्तियों के रस में यूरिक एसिड को स्थिर करने और कम करने का गुण होता है। इससे किडनी में स्टोन बनने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है।
तुलसी में एसिटिक एसिड भी होता है, जिससे स्टोन टूट कर बाहर निकलने लगता है। हर दिन कम से कम दिन में तीन से चार बार एक चम्मच तुलसी के रस जरूर पीना चाहिए।
एपल साइडर विनेगर से भी तोड़ता है स्टोन
एप्पल साइडर सिरका में एसिटिक एसिड होता है। ये कैल्शियम जमने से रोकता और जमा कैल्शिम को तोड़ने का काम करता है। रोज एक गिलास पानी में एक से दो चम्मच विनेगर मिला कर पीना स्टोन बाहर निकल सकता है।
व्हीटग्रास जूस यूरिन उत्पादन बढ़ाता है
व्हीटग्रास जूस में मौजूद यौगिक यूरिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे स्टोन आसानी से बाहर निकल जाता है। व्हीटग्रास एंटीऑक्सिडेंट से भरा होता है, जो यूरिन के जरिये जमा कैल्शियम के क्रिस्टलों को बाहर करता है। आप व्हीटग्रास की गोली या पाउडर को जूस में मिला कर रोज पीना शुरू कर दें।