ठंड में कई बार लोगों को ये शिकायत होती है कि उन्हें स्वेटर पहनने के बाद स्किन पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं या खुजली होने लगती है। स्किन पर होने वाले ये असमान्य बदलाव कई बार बेहद गंभीर हो जाते हैं। खुजली होते-होते कई बार ये स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसा वुलेन एलर्जी के कारण होता है और वुलेन एलर्जी को समझना जरूरी है ताकि बचाव समय पर किया जा सके।
हालांकि वुलेन एलर्जी बहुत ही आम एलर्जी है, क्योंकि ये एलर्जी केवल स्वेटर पहनने के बाद ही होती है। इसलिए इसे पहचानना जरूर हो जाता है। कुछ सावधानी बरत कर एलर्जी को काबू में किया जा सकता है।
एलर्जी के लक्षण को ऐसे पहचानें
वुलेन स्वेटर पहनने के बाद यदि आपके चेहरे, गले या कंधों पर लालीमा छाने लगे और उसमें खुजली या जलन होने लगे तो ये एलर्जी होसकती है। इसके अलावा कई बार इसमें स्वेलिंग होना, स्किन का ड्राई होकर पपड़ी बन जाना या खुजली से घाव बन जाने के लक्षण भी देखने को मिलते हैं। ये सारे ही लक्षण वुलेन एलर्जी के होते हैं। कई बार समस्या बढ़ते हुए ये पूरे शरीर तक पहुंच जाती है। इससे स्किन में खिंचाव या जलन भी होने लगती है। छोटे-छोटे दाने निकलने लगते हैं।
न करें इसे कोल्ड एलर्जी समझने की भूल
कई बार लोगों को ऐसा लगता है कि ये एलर्जी ठंड के कारण हो रही है, लेकिन ऐसा नहीं होता। ठंड के कारण एलर्जी होने पर कई बार लोग दवा खाने लगते हैं। लेकिन इससे अस्थायी तौर पर आराम जरूर मिलता है लेकिन समस्या जड़ से खत्म नहीं होती। वुलेन एलर्जी होने की एक वजह स्किन पर बार बार एलर्जी होती रहती है। स्किन से संपर्क में आने से स्किन पर अर्टिकेरिया की प्रॉब्लम होने लगती है। एलर्जी बढ़ने पर कई बार लोगों को छींक और नाक बहने की समस्या हो जाती हैं। आंखों से पानी भी बहने लगता है। इसलिए इसे लोग कोल्ड एलर्जी समझते हैं। ऐसे करें वुलेन एलर्जी से अपनी रक्षा वुलन एलर्जी का स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन इसे बचा जा सकता है।
वुलन एलर्जी से कैसे बचें -
तो सबसे पहले वुलेन एलर्जी को पहचाने और उसके बाद उस एलर्जी को ठीक करने के उपाय करें।