Yoga Asanas for Uric Acid: यूरिक एसिड की समस्या है तो रोज करें ये योगासन, जल्द मिलेगा आराम

Yoga Asanas for Uric Acid: बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से राहत पाने के लिए वैसे तो दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू नुस्खे भी काम आ सकते हैं, लेकिन ऐसे कुछ योगासन भी हैं, जिनसे शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोका जा सकता है।

Yoga Asanas for Uric Acid Problem
Yogasana 
मुख्य बातें
  • वृक्षासन से मिलेगा आराम
  • यूरिक एसिड को कम करने के लिए करें अर्धमत्स्येन्द्रासन
  • धनुरासन भी है फायदेमंद

Yoga Asanas for Uric Acid: शरीर में कई बार गलत खान-पान की वजह से यूरिक एसिड की समस्या हो जाती है। यूरिक एसिड एक ऐसा गंदा पदार्थ है, जो शरीर में प्यूरीन नामक यौगिक की वजह से खून में बनता है। यूरिक एसिड के बढ़ने से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। उनमें किडनी के स्टोन और जोड़ों के दर्द की समस्या मुख्य है। इस समस्या से राहत पाने के लिए वैसे तो दवाइयों के साथ-साथ कुछ घरेलू नुस्खे भी काम आ सकते हैं, लेकिन ऐसे कुछ योगासन भी हैं, जिनसे शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोका जा सकता है। तो चलिए जानते हैं इन योगासनों के बारे में-

इन योगासनों से दूर करें बढ़ा हुआ यूरिक एसिड

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वृक्षासन 

इस आसन को करने के लिए अपने राइट लेग को लेफ्ट लेग पर ऊपर की ओर रखें। इस पैर को मजबूती से दूसरे पैर पर जमाएं रखें। इसके दौरान लेफ्ट लेग को मजबूती से धरती पर जमाए रखें। फिर एक लंबी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाते वक्त हथेलियों को आपस में जोड़ लें। ध्यान रहे कि इस आसन को करते वक्त रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए। फिर लंबी सांस लेते हुए धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ें। और अपने दोनों हाथों को नीचे लेकर आएं और पैर को नीचे उतार लें। अब दूसरे पैर यही क्रिया दोहराएं। 

अर्धमत्स्येन्द्रासन

इस आसन से न केवल यूरिक एसिड की समस्या दूर होती है, बल्कि कंधों, कूल्हों और पीठ को भी फायदा होता है। इसे करने के लिए सबसे पहले कमर को सीधी करके पैरों को फैला लें। अब बाएं पैर को मोड़कर एड़ी को कूल्हे के पास रखें। फिर दाएं पैर को बाएं घुटने के ऊपर ले जाएं इसके साथ ही बाएं हाथ को दाएं घुटने पर रखें। फिर दाएं हाथ को अपने अपने पीछे रखें। इसके बाद कमर, कंधे और गर्दन को राइट साइड मोड़ें। फिर रीढ़ को सीधा रखते हुए लंबी सांस अंदर लें और धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। सांस छोड़ते हुए पहले सीधे हाथ को छोड़ें, फिर सीने और कमर को छोड़ दें। इसके साथ ही गर्दन को ढीला छोड़कर आराम से बैठ जाएं। अब इसी क्रिया को दूसरी साइड से दोहराएं। 

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धनुरासन 

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद हथेलियों को धड़ के साथ ऊपर उठाएं और अपने हाथों को शरीर से कुछ दूरी पर रखें। अब गहरी सांस लें और तेजी के साथ एड़ियों को ऊपर उठाएं। फिर अपने घुटनों को मोड़कर टखनों को पकड़ें। फिर अपने चेहरे को रिलेक्स करके सीधे देखें। फिर सांस लेकर छोड़ें। याद रखें कि सांस को रोकना नहीं है। इस मुद्रा में करीब 30 सेकेंड तक रुकें। 

( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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