Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। नेशनल असेंबली में उनके पक्ष में 174 वोट पड़े। वहीं सत्र की शुरुआत होते ही पीटीआई के सांसद सदन से वाक आउट कर गए। पाक मीडिया के मुताबिक शाह महमदू कुरैशी ने कहा कि हालांकि वह पीटीआई की तरफ से पीएम पद के उम्मीदवार हैं, फिर भी वह इस चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा करते हैं। खास बात यह है कि सत्र की शुरुआत होने से पहले इमरान खान की अगुवाई में पीटीआई के सभी सांसदों ने अपना इस्तीफा देने की घोषणा की। इस मौके पर इमरान खान ने कहा कि 'वह चोरों के साथ नहीं बैठेंगे।' इमरान ने आरोप लगाया कि संसद ऐसे व्यक्ति को पीएम चुनने जा रही है जिसके ऊपर भ्रष्टाचार के दो बड़े मामले हैं।
पीएम चुने जाने के बाद शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति को तथाकथित विदेशी साजिश से संबंधित विवादास्पद पत्र की जानकारी दी जाएगी। शरीफ ने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है। उन्होंने इमरान खान के 'विदेशी विवाद' के दावों को 'ड्रामा' करार दिया। शहबाज ने संसद में कहा कि अगर पत्र विवाद में साजिश साबित हुई तो मैं इस्तीफा दूंगा और घर जाऊंगा।
शनिवार को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में पीटीआई को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद इमरान खान अपना सरकारी आवास छोड़कर अपने निजी घर में रहने के लिए चले गए। इस बीच यह भी खबर आई है कि नवाज शरीफ ईद के बाद पाकिस्तान लौटेंगे।
नवाज फिलहाल लंदन में हैं। पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज ने सोमवार को कहा कि नई सरकार बदले की भावना के साथ काम नहीं करेगी लेकिन इमरान सरकार का 'हिसाब' लिया जाएगा।
इमरान खान की अध्यक्षता में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ की संसदीय दल की बैठक में यह फैसला लिया गया कि नेशनल असेंबली के पीटीआई के सभी सदस्य आज इस्तीफा देंग। इस दौरान इमरान खान ने विपक्ष को चोर करार देते हुए कहा कि वो चोरों के साथ संसद में नहीं बैठेंगे। वहीं नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज ने कहा है कि हम बदले में विश्वास नहीं रखते हैं लेकिन हम हिसाब जरूर लेंगे।
आपको बता दें कि संयुक्त विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद पाकिस्तान के विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ के सोमवार को पाकिस्तान का नए प्रधानमंत्री चुना जाना तय माना जा रहा है। सदन के नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया रविवार को खान को अविश्वास मत के माध्यम से पद से हटाए जाने के बाद शुरू हुई। सदन का विश्वास खोने के बाद देश के इतिहास में खान ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाया गया है।