नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हसीन कुरैशी नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि कुरैशी से पूछताछ में पहली बार इस बात से पर्दा उठा है कि 25 फरवरी को चांद बाग की पुलिया के पास आखिर क्या हुआ और अंकित शर्मा की हत्या किस तरह से की गई।
गुरुवार को गिरफ्तार हुआ कुरैशी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिमी रेंज की स्पेशल सेल पुलिस ने गुरुवार को कुरैशी को गिरफ्तार किया। कुरैशी ने कथित रूप से पूछताछ में पुलिस को बताया है कि वह अपने दोस्त समीर के साथ वारदात वाली जगह पर मौजूद था। तभी करीब दो बजे करीब उसने देखा कि इलाके में हिंसा फैल गई है। यह देखकर वह भी हिंसा में शामिल हो गया। कुरैशी के मुताबिक बाद में वे भी हिंसक भीड़ में शामिल हो गए और पुलिया के उस पार जुटे दूसरे समुदाय के लोगों पर पत्थरबाजी करने लगे।
'अंकित शर्मा को नहीं जानता था'
पूछताछ में कुरैशी ने कथित रूप से बताया कि उसने वहां एक मिठाई की दुकान के पास नीचे पड़े एक चाकू को उठा लिया। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के घर के पास सड़क पर खड़ा हो गया। अंकित शर्मा की हत्या मामले में हुसैन और उसके भाई शाह आलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सूत्र के अनुसार ताहिर के घर के पास कुछ समय गुजारने के बाद कुरैशी ने 20 से 30 लोगों को पुलिया के उस तरफ से एक व्यक्ति को घसीटकर लाते हुए देखा। कुरैशी ने दावा किया है कि वह अंकित शर्मा को नहीं जानता था।
चाकू से तीन वार किए
पुलिस के मुताबिक कुरैशी जब भीड़ के पास पहुंचा तो उसने देखा कि लोग पत्थर, डंडे और अन्य चीजों से उसे बुरी तरह पीट रहे थे। इसके बाद उसने चाकू से अंकित पर तीन वार किए। उसने पूछताछ में कथित रूप से बताया कि अंकित के शरीर में जब हरकत होनी बंद हो गई तो भीड़ ने उसके शव को उठाकर नीचे पुलिया के नीचे नाले में फेंक दिया।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।