नई दिल्ली: अयोध्या राम जन्मभूमि, बाबरी मस्जिद मामले में कोर्ट की सुनवाई पूरी चुकी है और अब देशभर के लोगों को फैसले (Ram Mandir verdict date and time) का इंतजार है। संभावित फैसले को देखते हुए सभी की जुबान पर एक ही बात की कि राम मंदिर पर कब फैसला आएगा। सुप्रीम कोर्ट पर इस मामले को लेकर 40 दिन तक प्रतिदिन सुनवाई हुई। पांच जजों की बेंच ने 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं तो ऐसे में उम्मीद की जा रही है फैसला 17 नवंबर से पहले कभी भी आ सकता है। फैसले के मद्देनजर शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने यूपी के मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। सुप्रीम कोर्ट के कलेंडर पर नजर डालें तो 9 से लेकर 12 दिंसबर तक कोर्ट की छुट्टियां हैं जिसमें शनिवार और रविवार का दिन शामिल हैं इसके अलावा 12 दिसंबर को कार्तिक पूर्णिमा है।
अब ऐसे में नजर डालें तो 13, 14 और 15 और 16 नवंबर की तारीख ही कार्यदिवस की है तो संभवत: इन तारीखों में से भी किसी दिन फैसला आ सकता है। अदालत में सुनवाई के दौरान, हिंदू पक्षकारों ने तर्क दिया था कि 2.77 एकड़ की पूरी जमीन भगवान राम की जन्मभूमि है। हालांकि, मुस्लिम पार्टियों ने जमीन पर दावा किया था और कहा कि 1528 के बाद से जब बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया था, तब मुसलमानों के पास इसका स्वामित्व था।
इससे पहले गृह मंत्रालय (MHA) ने सभी राज्यों को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद मामले में फैसले से पहले सतर्क रहने को कहा है। इस बहुप्रतीक्षित फैसले के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश में लगभग 4,000 अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए गए हैं।
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