इस ब्लड ग्रुप के लोगों को कोरोना से ज्यादा खतरा, स्टडी से हुआ खुलासा

चीन में हुई रिसर्च से सामने आया है कि जिन लोगों का ब्लड ग्रुप A है, उन्हें कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है, जबकि जिनका ब्लड ग्रुप O है, उन्हें कम खतरा है।

Coronavirus
तेजी से दुनियाभर में फैल रहा कोरोना वायरस 

बीजिंग (चीन): ब्लड ग्रुप 'A' वाले लोगों में कोरोना वायरस  संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है, जबकि ब्लड ग्रुप 'O' वाले लोगों में ये जानलेवा वायरस कम फैलने की संभावना है। एक नए अध्ययन से ये बात सामने आई है। दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक अध्ययन में चीन में उन रोगियों के ब्लड ग्रुप को देखा गया जो इस बीमारी के चपेट में आए।

वुहान विश्वविद्यालय के झोंगनान अस्पताल में सेंटर फॉर एविडेंस-बेस्ड एंड ट्रांसलेशनल मेडिसिन के साथ वांग जिंगहुआन के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने वुहान और शेन्जेन में 2,000 से अधिक संक्रमित रोगियों के ब्लड ग्रुप के पैटर्न को देखा। उन्होंने पाया कि ब्लड ग्रुप A के रोगियों में संक्रमण अधिक फैला और उन्होंने अधिक गंभीर लक्षण विकसित किए।

इसके विपरीत, O ब्लड ग्रप वाले लोगों में संक्रमित होने की संभावना कम थी और अगर उन्हें हो भी जाता है तो वे अन्य ब्लड ग्रुप्स की तुलना में रोग को क्रिटिकल स्टेज पर पहुंचने की संभावना को कम कर सकते थे। 

O ग्रुप वालों की ज्यादा मौत
ये निष्कर्ष सभी लिंग और आयु समूहों पर लागू होते हैं। हालांकि ये प्रारंभिक जांच है। जब शोधकर्ताओं ने परिणामों का पता लगाया, तो उन्होंने पाया कि 206 रोगियों, जिनकी मृत्यु COVID-19 के कारण हुई थी, उसमें से 85 ब्लड ग्रुप A के थे और 52 ब्लड ग्रप O के थे। O की तुलना में A ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों में कोरोना वायरस से मौत का खतरा 63% अधिक है।

सावधानी बरते रहें O ग्रुप वाले
रिसर्च में कहा गया, 'रक्त समूह ए के लोगों को संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा को विशेष रूप से मजबूत करने की आवश्यकता अधिक हो सकती है।' हालांकि, यदि आपका ब्लड ग्रुप ओ हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बिल्कुल सुरक्षित हैं, आप भी सभी सुरक्षित दिशा निर्देशों का पालन करें।

यूएस नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के एक अध्ययन के अनुसार, 'O' भारत में सबसे आम रक्त समूह (37.12 प्रतिशत) है, इसके बाद B 32.26% है। A 22.88 प्रतिशत है, जबकि AB 7.74 प्रतिशत के साथ सबसे कम प्रचलित समूह है। अमेरिका में लगभग 44 फीसदी आबादी टाइप O है, जबकि लगभग 41 फीसदी टाइप A है।

डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना वायरस में महिली में घुसने और फैलने की समान क्षमता है, हालांकि विभिन्न आंकड़ों से पता चलता है कि महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक इस वायरस से संक्रमित होते हैं। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर