Rahat Indori Corona Infected: कोरोना की मार से देश बेहाल है और इसकी मार क्या खास और क्या आम तमाम लोग बेहाल हैं, कुछ राज्यों के कई शहर कोरोना से ज्यादा प्रभावित हैं, मध्यप्रदेश का इंदौर शहर भी इनमें से एक है। खबर आ रही है कि मशहूर शायर राहत इंदौरी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। राहत इंदौरी ने इस बावत अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट से जानकारी देते हुए लिखा कि शुरुआती लक्षण दिखने पर उनकी कोरोना की जांच की गई, जांच करने के बाद उनमें कोरोना की पुष्टि पाई गई।
वह इंदौर के कोविड अस्पताल ऑरबिंदो में भर्ती हैं वहीं उन्होंने लोगों से अपील की है कि मुझे और मेरे परिवार के लोगों को फोन कर परेशान नहीं करें, राहत इंदौरी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कोविड के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर कल मेरे कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऑरबिंदो अस्पताल में एडमिट हूं..
अस्पताल के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने बताया, 'इंदौरी के दोनों फेफड़ों में निमोनिया है। सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया है और कृत्रिम ऑक्सीजन दी जा रही है।' इंदौरी के बेटे और युवा शायर सतलज राहत ने बताया, 'कोविड-19 के प्रकोप के कारण मेरे पिता पिछले साढ़े चार महीने से घर में ही थे। वह केवल अपनी नियमित स्वास्थ्य जांच के लिये घर से बाहर निकल रहे थे।'
उन्होंने बताया कि इंदौरी को पिछले पांच दिन से बेचैनी महसूस हो रही थी और डॉक्टरों की सलाह पर जब उनके फेफड़ों का एक्स-रे कराया गया, तो इनमें निमोनिया की पुष्टि हुई। बाद में जांच में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये।सतलज ने बताया कि उनके पिता हृदय रोग और मधुमेह सरीखी पुरानी बीमारियों से पहले ही जूझ रहे हैं।
इंदौरी के कोरोना वायरस संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद कई हस्तियों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी के अस्वस्थ होने का समाचार मिला। ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।' गौरतलब है कि शायरी की दुनिया में कदम रखने से पहले, इंदौरी एक चित्रकार और उर्दू के प्रोफेसर थे। वह हिन्दी फिल्मों के लिये गीत भी लिख चुके हैं और दुनिया भर के मंचों पर काव्य पाठ कर चुके हैं।
इंदौर सूबे में कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित जिला है जहां प्रशासन एक मोबाइल ऐप की मदद से डॉक्टरों की निगरानी में महामारी के मरीजों के घर पर पृथक-वास कार्यक्रम की शुरूआत तीन महीने पहले ही कर चुका है। जिलाधिकारी ने बताया कि इंदौर में इस कार्यक्रम के तहत पांच मई से लेकर अब तक कुल 786 मरीजों ने अपने घर में ही इलाज कराते हुए कोविड-19 को मात दी है। इनमें महामारी के हल्के या बिना लक्षणों वाले मरीज शामिल हैं।
उन्होंने बताया,'जिले में अपने घर में रहकर ठीक हुए मरीजों का यह आंकड़ा इस महामारी को हराने वाले कुल 5,961 लोगों का करीब 13 प्रतिशत है। अन्य 87 फीसद मरीज अस्पतालों और पृथक-वास केंद्रों में रहकर ठीक हुए हैं। 'जिलाधिकारी ने बताया, "हम अपने गृह पृथक-वास कार्यक्रम को और मजबूत बनाने जा रहे हैं।'
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।