Indian Railways IRCTC Latest News: महाराष्ट्र में मुंबई के पास स्थित माथेरान हिल स्टेशन पर प्रतिष्ठित मिनी ट्रेन का परिचालन इस साल के अंत तक एक बार फिर शुरू होने की संभावना है। भारी बारिश के कारण इसके नैरो गेज रेल ट्रैक के व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण तीन साल तक मिनी ट्रेन सेवा बंद थी। मध्य रेलवे (सीआर) के अधिकारियों ने कहा कि करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से पुननिर्माण कार्य पूरा होने के बाद एक सदी से अधिक पुरानी हेरिटेज ट्रेन इस मार्ग पर फिर से चलने लगेगी। साथ ही 2019 से पहले की अवधि की तुलना में इससे यात्रा करना अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगा।
मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के कारण रेलवे लाइन के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण 20 किलोमीटर लंबी नेरल-माथेरान ट्रेन सेवा तीन साल पहले बंद हो गई थी। ट्रेन वर्तमान में कुल पांच स्टेशनों में से केवल दो स्टेशनों माथेरान और अमन लॉज के बीच परिचालित होती है। नेरल और अमन लॉज के बीच जुम्मापट्टी और वाटर पाइप नाम के दो स्टेशन हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, सीआर ने ट्रैक नवीनीकरण और अन्य संबंधित कार्य किए हैं, जो इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। नेरल-माथेरान लाइन 1907 में पीरभॉय परिवार के एक पारिवारिक उद्यम के रूप में बनाई गई थी और अब यह संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में शामिल है।
मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ जिले में स्थित माथेरान हिल स्टेशन पर आने वाले पर्यटकों, खासकर बच्चों के बीच यह टॉय ट्रेन प्रमुख आकर्षणों में से एक है। यात्रियों को ले जाने के अलाव यह ट्रेन आवश्यक वस्तुओं और अन्य चीजों को लाने में स्थानीय निवासियों की मदद करती है।
अधिकारियों के अनुसार, ट्रैक के नवीनीकरण के काम में पुरानी की जगह नयी पटरियां बिछाना, पहले के स्टील, लोहे और लकड़ी के स्लीपर की जगह कंक्रीट के स्लीपर लगाना, एंटी-क्रैश बैरियर स्थापित करना, गेबियन दीवारें खड़ा करना और नालियों का निर्माण करना शामिल था। सीआर के मुताबिक, उसने पहले ही इस रेल मार्ग के लगभग 12 किलोमीटर हिस्से पर सीमेंट स्लीपर लगाए हैं। माथेरान हिल स्टेशन समुद्र तल से लगभग 2,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
सीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, ‘‘नेरल-माथेरान ट्रैक नवीनीकरण और अन्य सुरक्षा कार्य यात्रा को सुरक्षित, अधिक आरामदायक और बेहतर बनाने में मदद करेंगे। काम साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।’’
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