नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में रविवार को आतंकियों से लोहा लेते हुए दो सैन्य ऑफिसर सहित पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। शहीद होने वाले सुरक्षाकर्मियों में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, लांसनायक दिनेश सिंह, नायक राजेश और जम्मू कश्मीर पुलिस केउपनिरीक्षक शकील काजी शामिल हैं। मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर अनुज सूद की शहादत की खबर जैसे उनके परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। अनुज के माता-पिता और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है।
चार महीने पहले हुए थी शादी
आंखों से छलकते आंसुओं के साथ मेजर अनुज सूद के पिता (रिटायर्ड) ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद बताते हैं, 'मेजर ने सर्वोच्य बलिदान दिया है। उसने अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। मैं उसकी पत्नी के लिए दुखी हूं क्योंकि 3-4 महीने पहले ही वह दुल्हन बन कर इस घर में आई थी।
अंतिम बार व्हाट्स ऐप पर हुई थी बातचीत
ब्रिगेडियर (रिटायर) सीके सूद ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, 'मुझे देश के इस बेटे पर गर्व है। पूरे देश को उस पर गर्व है। वह तीन दिन पहले से एक ऑपरेशन पर था यानि एक मई से। हमारी अंतिम बार व्हाट्स ऐप पर बाचतीत हुई थी और तीन दिन पहले फोन पर बात हुई थी। वह हमेशा से ही बहादुर रहा और मोर्चे पर जाकर आतंकियों को सफाया करने में आगे रहा। जो सीओ उसके साथ शहीद हुए हैं वो भी बहुत बहादुर थे। ऐसे वीर जवानों को भारत रत्न ना मिले कम से कम अशोक चक्र तो मिलना ही चाहिए। जब हम इस समय कोरोन वॉरियर्स की बात कर रहे हैं, तो ऐसे वास्तविक वॉरियर्स तो वो हैं जो सीने में गोली खा रहे हैं।'
रक्षा मंत्री ने जताया शोक
हंदवाड़ा में आतंक-रोधी अभियान के दौरान दो अधिकारियों समेत पांच जवानों के शहीद होने पर रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए इसे 'बेहद परेशान करने वाला और दर्द भरा' करार दिया। सिंह ने कहा कि जवानों ने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में साहस की मिसाल पेश की और उनकी बहादुरी और संघर्ष को हमेशा याद किया जाएगा।
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