नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए स्थायी कमीशन की व्यवस्था की गई। इसकी लंबे समय से मांग हो रही थी। अब बल ने योग्यता के आधार पर योग्य महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने का फैसला किया है। महिला सशक्तिकरण का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झांसी में 'राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व' में हथियारों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
राजनाथ सिंह ने झांसी में कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के बाद महिलाओं को राष्ट्र की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर नहीं मिला। लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद से हमारी सेना में उनका योगदान बढ़ रहा है। जब मैं गृह मंत्री था, मैंने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की थी कि पुलिस अधिकारियों में भी कम से कम 33 प्रतिशत महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास करना चाहिए। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कई राज्यों में पुलिस बल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के सभी बंद दरवाजे भी महिलाओं के लिए खोले जा रहे हैं। हमने सशस्त्र बलों के तीनों अंगों में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाया है। सैनिक स्कूलों में दाखिला हो रहे हैं। अब तो पुणे में मौजूद भारत की सबसे प्रतिष्ठित सैन्य प्रशिक्षण संस्थान नेशनल डिफेंस एकेडमी भी महिलाओं के लिए खोल दिया गया है। आप सबको यह जानकर हैरानी होगी कि पिछले दिनों NDA में दाखिले के लिए देश भर से लगभग दो लाख लड़कियों ने प्रवेश परीक्षा दी है।
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