दिल्ली हिंसा के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार जिम्मेदार, अमित शाह दें इस्तीफा: सोनिया गांधी  

देश
आलोक राव
Updated Feb 26, 2020 | 14:05 IST

Sonia Gandhi on Delhi Violence : दिल्ली हिंसा के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने इस हिंसा के लिए केजरीवाल सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया है।

Sonia Gandhi seeks Amit Shah resignation over Delhi violence
गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगी कांग्रेस।  |  तस्वीर साभार: PTI
मुख्य बातें
  • सोनिया गांधा ने दिल्ली हिंसा के लिए केंद्र एवं दिल्ली सरकार को ठहराया जिम्मेदार
  • दिल्ली हिंसा पर गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगी कांग्रेस, मोर्चा निकालेगी
  • उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा में एक कांस्टेबल सहित अब तक 23 लोगों की जान गई

नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में हिंसा रोकने में विफलता के लिए गृह मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया है। सोनिया ने इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने बुधवार को कहा कि दिल्ली चुनावों के दौरान भाजपा के कुछ नेताओं ने भड़काऊ बयान दिया जिससे राजधानी का माहौल खराब हुआ। सोनिया ने दिल्ली हिंसा के पीछे साजिश की आशंका जताई। कांग्रेस दिल्ली हिंसा पर गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगी। 

'दिल्ली हिंसा के पीछे साजिश'
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा, 'उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे एक साजिश है। दिल्ली चुनावों के दौरान भी इसे देखा गया। चुनावों के दौरान भाजपा के कई नेताओं ने भड़काऊ बयान दिए जिससे राजधानी में डर एवं घृणा का माहौल बना। पिछले 72 घंटों में दिल्ली पुलिस लाचार दिखी है और इस हिंसा में एक हेड कांस्टेबल सहित अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। सैकड़ों लोग अस्पताल में हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली की सड़कों पर अभी भी हिंसा जारी है।' सोनिया ने दिल्ली सरकार से हिंसा ग्रस्त इलाकों में शांति कायम करने के लिए अमन समितियां गठित करने की अपील की। 

सोनिया ने कहा-गृह मंत्री दें इस्तीफा
सोनिया ने कहा कि दिल्ली के इन हालातों के लिए केंद्र सरकार एवं गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। राजधानी को इस हाल में पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार भी बराबर की जिम्मेदार है। हिंसा ग्रस्त इलाकों में शांति एवं सद्भाव कायम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने अपने अधिकारियों को लोगों तक जाने नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में हिंसा से निपटने में दोनों सरकारें असफल हुई हैं। इन सरकारों की नाकामी से दिल्ली की जनता मुसीबत में फंसी है।'

राष्ट्रपति से मिलेगी कांग्रेस
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी आज एक मार्च निकालने और दिल्ली हिंसा पर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपेने वाली थी लेकिन पता चला कि राष्ट्रपति आज उपलब्ध नहीं हैं। हमें कल का समय दिया गया है। राष्ट्रपति पद के प्रति सम्मान जाहिर करते हमने अपने मार्च को गुरुवार के लिए स्थगित कर दिया है।

पुलिस अधिकारियों ने जाफराबाद का दौरा किया
दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव एं स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) सतीश गोलचा ने जाफराबाद के हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया है। श्रीवास्तव को मंगलवार को स्पेशल सीपी बनाया गया। बता दें कि सीएए समर्थकों एवं विरोधियों के बीच हुई झड़पों में अब तक एक हेड कांस्टेबल सहित करीब 23 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 150 के करीब घायल हैं। जीटीबी अस्पताल में घायलों का इलाज किया जा रहा है।

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