कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 14 अप्रैल तक किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जरूरी चीजें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की है और इस व्यवस्था के क्रियान्वन में पूरी शिद्दत से जुटी है यूपी पुलिस। लॉकके बीच यूपी पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है। यूपी पुलिस जरूरतमंदों को भोजन, राशन, दवाइयां घर पहुंचा रही हैं।
हाल ही में एक मामला सामने आया है जो यूपी पुलिस के प्रति सम्मान का भाव बढ़ाता है। संकट के इस समय में यूपी पुलिस की तत्परता लोगों की जान तक बचा रही है। हाल ही में 3 वर्षीय बच्चे की किडनी की दवा खत्म हो जाने पर पुलिस ने समय पर उसके घर दवा पहुंचाई। मामला 3 अप्रैल का है।
नोएडा से एक व्यक्ति ने ट्वीट किया कि वह कुशीनगर से है और नोएडा सेक्टर 110 में रहकर अपने 03 साल के पोते की किडनी समस्या का इलाज एम्स में करा रहा है। उसने बताया कि पोते की दवा खत्म हो गई जोकि बहुत आवश्यक है। ट्विटर पर जानकारी मिलते ही गौतमबुद्धनगर पुलिस हरकत में आई लेकिन किसी मेडिकल स्टोर पर वह दवा नहीं मिली। इसके बाद दवा तलाशी गई तो पता चला कि गाजियाबाद में यह दवा मिलेगी।
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस से संपर्क किया और वहां की पीआवी 4756 ने दवा उपलब्ध कराकर गौतमबुद्धनगर की पीआरवी 1850 को दी। दोनों जनपदों की पुलिस ने सामंजस्य के साथ एक बच्चे की मदद की, जिसकी ट्विटर पर खूब सराहना हो रही है।
कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच यूपी पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है। हाल ही में 3 वर्षीय बच्चे की किडनी की दवा खत्म हो जाने पर पुलिस ने समय पर उसके घर दवा पहुंचाई।
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