कोरोना वायरस के खिलाफ जंग, राहुल गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर दिए ये सुझाव और कहा- हम आपके साथ खड़े हैं

देश
रामानुज सिंह
Updated Mar 29, 2020 | 15:10 IST

Rahul Gandhi's letter to PM Modi on Corona : कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन के बीच राहुल गांधी ने पीएम मोदी पत्र लिख कर सुझाव दिए। 

War against Coronavirus, Rahul Gandhi writes letter to PM Modi gives these suggestions
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र 
मुख्य बातें
  • देश में कोरोना वायरस के 979 मामले सामने आए हैं
  • 25 लोगों की मौत हो गई है, 86 लोग ठीक भी हुए हैं
  • दुनिया भर में अब तक 30,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है

नई दिल्ली : देश भर में लगातार कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी में देश भर में 21 दिनों को लॉकडाउन किया है। यह मध्य अप्रैल तक चलेगा। इसी बीच कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना वायरस पर सुझाव दिए। अपने पत्र में राहुल गांधी ने कहा है कि 'हम इस भयंकर चुनौती से लड़ने और उस पर काबू पाने में सरकार के साथ खड़े हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अचानक लॉकडाउन लागू किए जाने से बहुत घबराहट और भ्रम पैदा हो गया है।

अचानक लॉकडाउन डर और भ्रम पैदा हुआ
उन्होंने पत्र में लिखा कि केंद्र सरकार की तरफ से किए गए अचानक लॉकडाउन के कारण काफी डर और भ्रम पैदा हो गया है। यह  गरीबों की दुर्दशा को उजागर किया और घातक बीमारी से लड़ने के लिए कुछ विकसित देशों ने लॉकडाउन के अलावा अन्य कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह समझना हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि भारत की स्थितियां अलग हैं। हमें बड़े देशों की तुलना में अलग कदम उठाने होंगे जो पूरी तरह बंद की रणनीति अपना रहे हैं।

पलायन से बढ़ेगा संक्रमण
कांग्रेस नेता ने कहा कि लॉकडाउन होने से लाखों बेरोजगार युवक अपने गांवों की तरफ जाएंगे जिससे वे गांवों में रह रहे अपने बूढ़े माता-पिता और बुजुर्ग आबादी को संक्रमित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसे जीवन की काफी क्षति होगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता बुजुर्गों की रक्षा करना और उन्हें पृथक करना है और युवाओं को बुजुर्गों से नजदीकी के खतरे से आगाह करना है। यह महत्वपूर्ण है कि हम ऐसे लोगों को आश्रय ढूंढने में सहयोग कर सकें और सीधे उनके बैंक खाते में धन दें ताकि अगले कुछ महीने तक वे मुश्किलों का सामना कर सकें।

सभी आर्थिक गतिविधियों रोकना ठीक नहीं
राहुल ने कहा कि भारत में रोजाना आय पर निर्भर करने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है। कोरोना के चलते सभी आर्थिक गतिविधियों को एकतरफा रोक देना ठीक नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि पूरी तरह आर्थिक बंद से कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या खतरनाक रूप से बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि अचानक बंद होने से काफी भय और भ्रम पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि फैक्टरियां, छोटे उद्योग और निर्माण स्थल बंद हो गए हैं और हजारों लोग कठिन यात्रा कर अपने गृह राज्यों में पहुंच रहे हैं। राहुल ने कहा कि मजदूरों को दैनिक मजदूरी नहीं मिल रही या पोषण एवं मूल सेवाएं हासिल नहीं हो रही हैं।

इससे पहले राहुल गांधी ट्वीट कर कहा कि लॉकडाउन के दौरान मजदूरों और गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने को लेकर आरोप लगाया कि इस भयावह स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति के एक बड़ी त्रासदी में बदलने से पहले सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। गांधी ने ट्वीट किया कि सरकार इस भयावह हालत के लिए जिम्मेदार है। नागरिकों की ऐसी हालत करना एक बहुत बड़ा अपराध है।' उन्होंने कहा कि आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों और बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिए। सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए ताकि यह एक बड़ी त्रासदी ना बन जाए। 

देशभर में लॉकडाउन का आज 5वां दिन है। अब तक देश में कोरोना वायरस के 979 मामले सामने आए हैं, 25 लोगों की मौत हो गई है। 86 लोग ठीक भी हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में छह राज्यों से कोरोना वायरस के 106 मामले सामने आए, छह लोगों की मौत । हम ऐसे स्थानों की पहचान कर रहे हैं, जहां मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस के मरीजों के लिए विशेष खंड, अस्पतालों के लिए कहा गया है, दूसरे मरीजों से उन्हें अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं दुनिया भर में अब तक 30,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।  6,70,500 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा 1,23,000 से ज्यादा मामले आ चुके हैं।

 


 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर