लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक बार फिर कोरोना वायरस आपदा से निपटने के लिए गठित टीम-11 के साथ दैनिक बैठक की। इस दौरान उन्होंने कोरोना को लेकर राज्य के ताजा हालातों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी कामगार श्रमिक को अंतरराज्यीय और अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या ना हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कि जो जहां हैं वहीं से उसे उसके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था करें।
चार दिनों में 170 ट्रेंने आईं यूपी
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि आज भी 55 ट्रेनों के माध्यम से 75000 प्रवासी श्रमिक और 25000 लोग अन्य साधनों से उत्तर प्रदेश वापिस आएंगे। उन्होंने बताया कि पिछले 4 दिनों के अंदर 170 ट्रेनें आई हैं जिनसे करीब सवा दो लाख श्रमिक पहुंचे हैं। इसके अलावा 1 लाख से ज्यादा लोग अन्य साधनों से प्रदेश में पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक 3 लाख लोगों को जांच के बाद खाद्यान्न देकर होम क्वारंटीन में भेजा गया है।
मजदूरों का बनाएं स्किल डाटा
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा, 'क्वारंटीन सेंटर में चेकअप कर,भोजन की व्यवस्था की जाए। स्वस्थ श्रमिकों को खाद्यान्न देकर होम क्वरंटाइन के लिए भेजें। उनका स्किल डाटा बनाएं ताकि क्वारंटीन के बाद उन्हें काम दिया जा सके। होम क्वारंटीन के दौरान हर श्रमिक को1000 रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की जाए।'
हर कामगार का रखेंगे खयाल
मुख्यमंत्री ने कहा, 'सभी प्रवासी श्रमिकों/कामगारों का उनके गृह जनपद में मेडिकल चेकअप कराया जाएगा तथा जो कामगार एवं श्रमिक पूर्ण रूप से स्वस्थ होगा, उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध कराकर होम क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। किसी भी प्रवासी कामगार एवं श्रमिक को अंतर्राज्यीय एवं अंतर्जनपदीय आवागमन में कोई समस्या न हो तथा सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा।'
सीएम की अपील
मुख्यमंत्री ने सभी कामगारों/श्रमिकों से अपील करते हुए कहा कि वे पैदल अथवा दोपहिया वाहनों के माध्यम से यात्रा ना करें, जहां है वहीं पर रहें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि स्थानीय जिला प्रशासन उनको सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
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