नई दिल्ली: प्रसिद्ध जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर सुर्खियों में है लेकिन इस बार मुद्दा कुछ अलग है। सोमवार को छात्रों ने ऐसा प्रदर्शन किया कि ट्रैफिक जाम लग गया। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक ट्वीट करते हुए बताया ‘प्रदर्शन के कारण बाबा गंगनाथ मार्ग से जेएनयू तक यातायात में बाधा नेल्सन मंडेला मार्ग पर प्रदर्शन के कारण पीएस वसंत विहार से पीएस वसंत कुंज तक यातायात बाधित। कृपया यहां से यात्रा करने से बचें।’ छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को पानी की बौछार करनी पड़ी।
क्या है मामला
दरअसल जेएनयू में कुछ समय पहले फीस में बढ़ोत्तरी की गई है जिसके विरोध में छात्र पिछले काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को छात्र सड़क पर उतर आए और विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का भी विरोध किया। इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू और शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक थे। छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय में अधिकतर छात्र ऐसे हैं जो गरीब परिवारों से आते हैं ऐसे में बढ़ी हुई फीस में वो अपनी पढ़ाई कैसे कर पाएंगे?
कितनी और कहां बढ़ी है फीस
पहले छात्रों को हॉस्टल में पसर्विस चार्ज या यूटिलिटी चार्जेज नहीं देने होते थे लेकिन अब जेएनयू प्रशासन ने इन्हें लागू कर दिया है। इसके अलावा सिक्योरिटी चार्जेट और हॉस्टल चार्जेज बढ़ा दिये हैं। नए चार्जेस इस प्रकार हैं-
क्र. सं. | मद | पहले वाला शुल्क | आईएचए कमेटी द्वारा मंजूर नए शुल्क |
1 | मैस बिल | जो वास्तविक है | कोई बदलाव नहीं |
2 | स्थापना शुल्क | 1100 रुपये प्रति सेमेस्टर | 1100 रुपये प्रति सेमेस्टर |
3 | क्रॉकरी और बर्तन | 250 रुपये प्रति वर्ष | 250 रुपये प्रति वर्ष |
4 | न्यूजपेपर | 50 रुपये प्रति वर्ष | 50 रुपये प्रति वर्ष |
5 | रूम रेंट (सिंगल सीटर) | 20 रुपये प्रति माह | 600 रुपये प्रति माह |
6 | रूम रेंट (डबल सीटर) | 10 रुपये प्रति माह | 300 रुपये प्रति माह |
7 | यूटिलिटी चार्जेट (पानी, बिजली आदि का शुल्क) | NIL | जो वास्तविक हैं |
8 | सेवा शुल्क (स्वच्छता, मेंटिनेंस, कुक, मैस हेल्पर आदि) | NIL | 1700 रुपये प्रति माह (जो वास्तविक हैं) |
9 | वन टाइम मेस सिक्योरिटी (रिफंडेबल) | 5500 रुपये | 12000 रुपये |
कुलपति ने दी थी सफाई
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार ने एक नवंबर ट्वीट करते हुए नए फीस के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन (IHA) समिति द्वारा हाल ही में अनुमोदित नए हॉस्टल मैनुअल के बारे में कुछ प्रेरित छात्रों द्वारा अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जेएनयू प्रशासन छात्र समुदाय से उन लोगों के झांसे में नहीं आने की अपील करता है। ये विश्वविद्यालय के सामान्य कामकाज को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।'
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