Kushinagar Tourist Places: ये हैं कुशीनगर में घूमने की खूबसूरत जगहें, उठा सकते हैं स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ

आजादी के बाद कुशीनगर एक बार फिर अपने पर्यटन स्थलों को लेकर काफी चर्चा में है। यहां के हवाओं में निहित शीतलता और शांति आपको जन्नत का अहसास कराएगी।

Kushinagar (Image- iStock)
Kushinagar (Image- iStock) 
मुख्य बातें
  • कुशीनगर का इतिहास काफी प्राचीन और गौरवशाली है।
  • यह स्थल भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के रूप में भी जाना जाता है।
  • मंदिर के चारों ओर हरियाली और शांति आपका मनमोह लेगी।

कुशीनगर को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात मिलने के बाद देश दुनिया में यह अपने पर्यटन स्थलों को लेकर सुर्खियों में है। उत्तर प्रदेश में स्थित इस खूबसूरत स्थल का इतिहास काफी प्राचीन व गौरवशाली माना जाता है। यह स्थल भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के रूप में भी जाना जाता है। कहा जाता है कि यहीं पर भगवान बुद्ध ने अपना अंतिम उपदेश दिया था। खुदाई के दौरान यहां भगवान बुद्ध की लेटी हुई प्रतिमा मिली थी। वहीं पौराणिक ग्रंथो में भी इसका उल्लेख मिलता है। कहा जाता है कि कुशीनगर की स्थापना भगवान राम के वंशज कुश द्वारा गई थी, इसलिए इसका नाम कुशीनगर पड़ा।
आजादी के बाद कुशीनगर एक बार फिर अपने पर्यटन स्थलों को लेकर काफी चर्चा में है। यहां के हवाओं में निहित शीतलता और शांति आपको जन्नत का अहसास कराएगी। ऐसे में यदि आप इतिहास में रुचि रखते हैं और प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको एक बार कुशीनगर की सैर अवश्य करना चाहिए। आइए एक नजर डालते हैं कुशीनगर के शानदार पर्यटन स्थलों पर।

महापरिनिर्वाण मंदिर

कुशीनगर में स्थित महापरिनिर्वाण मंदिर सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे देश दुनिया में बौद्ध धर्म के अनुयाइयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थल है। यहां भगवान बुद्ध की 6.1 मीटर लंबी लेटी हुई प्रतिमा है, कहा जाता है कि यह प्रतिमा उस काल को दर्शाती है जब भगवान बुद्ध ने महापरिनिर्वाण किया। मंदिर के चारो ओर हरियाली और शांति आपका मनमोह लेगी। यहां पर हजारों की संख्या में देश दुनिया से पर्यटक हर साल घूमने के लिए आते हैं। ऐसे में एक बार महापरिनिर्वाण मंदिर की सैर अवश्य करें।

सूर्य मंदिर

बुद्ध की धरती ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहरों से समृद्ध है। कुशीनगर में मौजूद सूर्य मंदिर में स्थापित प्रतिमा गुप्तकालीन है। इतिहासकारों का कहना है कि इस प्रतिमा का निर्माण नीलम धातु से किया गया है। यहां हर साल नवंबर के महीने में सूर्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों की संख्या में पर्यटक भाग लेते हैं।

रामभर स्तूप

रामभर स्तूप महानिर्वाण मंदिर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। तथा यह स्तूप दुनियाभर के पर्यटकों के लिए सबसे पूज्यनीय स्थल माना गया है। इतिहासकारों का मानना है कि इसी स्थान पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था। यहां पर हर साल देश विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। ऐसे में महानिर्वाण मंदिर के दर्शन के बाद रामभर स्तूप का दीदार अवश्य करें।

कुशीनगर संग्रहालाय

यदि आप इतिहास में रुचि रखते हैं तो कुशीनगर संग्राहलय की सैर अवश्य करें। यह बुद्ध संग्रहालय के नाम से भी जाना जाता है। यहां भगवान बुद्ध से संबंधित कई चीजों का दर्शाया गया है। यह स्थान आपके लिए बेहद खास होगा।

घूमने के बाद स्वादिष्ट खाने का उठाएं लुत्फ

यहां पर घूमने के साथ-साथ आप स्थानीय भोजन का भी लुत्फ उठा सकते हैं। चाट समोसा और पूड़ी हलवा के साथ गर्म सीड़े में छन रही जलेबी का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा लिट्टी चोखा और दाल चावल के साथ आम का अचार आपके खाने का जायका बढ़ा देगा। वास्तव में उत्तर प्रदेश का यह शहर घूमने के लिहाज से किसी जन्नत से कम नहीं है। ऐसे में एक बार कुशीनगर की यात्रा अवश्य करें।
 

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