Love Horoscope Weekly in Hindi: प्रेम जीवन का श्वांश है। प्रेम संबंध विवाह में परिणीत भी होते हैं वहीं कुछ केवल सपने रह जाते हैं। सबके दिलों में प्रेम के पुष्प पल्लवित होते हैं।ये तो एहसास है इसे रूह से महसूस करो। प्रेम सिर्फ दैहिक आकर्षण नहीं वरन दो मन का एक स्वरूप हो जाना है। प्रेम अनन्त है। सीमाओं से परे है। यह आपका भाग्य है कि आपको अच्छा प्रेमी मिला। शुक्र प्रेम का कारक ग्रह है। शुक्र व चन्द्रमा गोचर के आधार पर ही प्रेम राशिफल लिखना चाहिए।
शुक्र प्रेम में आकर्षण की वृद्धि करता है जिससे प्रेमी हमेशा खूबसूरत दिखना चाहता है। शुक्र श्रृंगार का ग्रह है। गीत व संगीत में चिंतन, मनन व नव सृजन का ग्रह है। सप्ताह के प्रथम दिन चन्द्रमा धनु राशि में है। सवा दो दिन में चन्द्रमा अपनी राशि परिवर्तित करता रहता है। शुक्र सूर्य एक साथ धनु राशि में है। प्रत्येक राशियों का विस्तृत साप्ताहिक राशिफल।
मेष- शुक्र सूर्य व चन्द्रमा भाग्य भाव में हैं। शुक्र प्रेम में सफलता व रोमांटिक अंदाज देता है। शारीरिक आकर्षण देता है। अपने आप को खूबसूरत टूर से रोके नहीं। प्रेम के अविरल प्रवाह आपको एक नव जीवन देंगे। प्रेमी को गोल्ड रिंग भेंट करें।
वृष- शुक्र इस राशि का स्वामी है। अष्टम भाव में गोचर रत शुक्र इस समय प्रेम में तनाव दे सकता है। चन्द्रमा भी अष्टम भाव में है। चन्द्रमा व शुक्र का प्रभाव गीत व संगीत देगा। लव पार्टनर को खूबसूरत गोल्डेन ज्वेलरी गिफ़्ट करें।
मिथुन- चन्द्रमा सप्तम है।सप्तम भाव विवाह का होता है। छुप छुप के मिलने का समय अब समाप्त होता है। प्रेम संबंध अब विवाह में परिणीत हो सकता है। सुखद रोमांटिक यात्रा होगी। अन्न दान करें।
कर्क - शुक्र इस राशि से खष्ठम हैं। खष्ठम सूर्य, शुक्र व चन्द्रमा शारीरिक आकर्षण भी देता है। प्यार भरी डायरी प्रेमी को दें। प्यार के खूबसूरत पल को गीतों व कविताओं में संजोकर रखें।
सिंह- प्रेम का कारक ग्रह शुक्र व सूर्य एकसाथ पँचम गोचर कर रहे हैं। शुक्र व मंगल अनुकूल फल कारक है। प्रेमी को रोमांटिक यात्रा कराएं। असत्य मत बोलें। चन्द्रमा के बीज मंत्र का जप करें।
कन्या- सूर्य व शुक्र चतुर्थ गोचर कर रहे हैं। खूबसूरत यात्रा का सुख प्राप्त होगा। हर रास्ते पर फूल नहीं वरन कंटकों से भी गुजरना होगा। इस वीक लाइफ में खूबसूरत टर्निंग प्वाइंट मिलेगा। परिवार में विवाह की बात करें।अन्न दान करें।
तुला- इस राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र सूर्य के साथ तृतीय है। प्रेम की पराकाष्ठा है शुक्र का तीसरा गोचर होना। खूबसूरत यात्रा का एन्जॉय कर सकते हैं। शुक्र इस राशि का स्वामी होकर प्रेम विवाह के सपोर्ट में है। प्रेमी को खूबसूरत यात्रा कराएं।
वृश्चिक- सप्ताह के प्रथम दिन चन्द्रमा द्वितीय है। प्रेम से भाग्य खिलेगा। द्वितीय शुक्र शुभ है। प्रेम के उपहार को दिल से स्वीकार करें। मीठी वाणी का प्रयोग करें।
धनु- शुक्र, सूर्य व चन्द्रमा इसी राशि में रहकर नव जीवन का उत्कर्ष देगा। शनि दैहिक दूरी का सामना करवा
सकता है। दूर रहने पर प्यार निखरता है। प्रेमी को गोल्डन रिंग दें। शुक्र के बीज मंत्र का जप कर सकते हैं।
मकर- शुक्र व सूर्य इसी राशि से द्वादश अर्थात व्यय भाव में हैं। शुक्र ही विवाह व प्रेम में सफल करता है। प्रेम में सफलता मिलेगी। आपका प्रेमी आपके लिए एक खूबसूरत रिंग का गिफ्ट दे सकता है। बुधवार को यात्रा हो सकती है।
कुंभ - गुरु इसी राशि में व शुक्र एकादश गोचर रत है। यदि आपको अपने प्रेमी के हाथों से कुछ उपहार मिल जाय तो बेहतर होगा। लव लाइफ का आनन्द लेंगे। प्रेमी को खूबसूरत गुलाब गिफ्ट दें।
मीन- गुरु द्वादश व शुक्र शनि दशम है। खूबसूरत पेंटिंग प्रेमी को दें। बुधवार को चन्द्रमा का मकर गोचर प्रेम को विवाह के मार्ग पर ले जाएगा। दैहिक आकर्षण की बजाय मन का प्रेम अमर होता है। अन्न दान करते रहें।