बर्मिंघम: भारत को शनिवार को वेटलिफ्टिंग में दूसरा मेडल प्राप्त हुआ। गुरुरजा पुजारी ने 61 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इससे पहले संकेत सरगर ने 55 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीता था। गुरुरजा पुजारी का कॉमनवेल्थ गेम्स में यह लगातार दूसरा मेडल है। इससे पहले 2018 गोल्ड कोस्ट में भी उन्होंने मेडल जीता था।
29 साल के गुरुरजा ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 61 किग्रा वर्ग में कुल 269 किग्रा भार उठाया। उन्होंने स्नैच में 118 किग्रा का भार उठाया, लेकिन वो क्लीन एंड जर्क वर्ग था, जहां गुरुरजा ने 151 किग्रा वजन उठाकर पूरे देश में जोश भर दिया। दो बार कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल जीतने वाले गुरुरजा के लिए यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट भी था।
बहरहाल, मलेशिया के अजनिल बिदिन ने गोल्ड मेडल जीता। 28 साल के बिदिन ने स्नैच में 127 किग्रा वजन उठाया जबकि क्लीन एंड जर्क में 158 किग्रा वजन उठाया। उन्होंने इस तरह कुल 285 किग्रा भार उठाया। वहीं पापुआ न्यू गिनी के मोरिया बारू ने गुरुरजा को मात देकर सिल्वर मेडल जीता। बारू ने कुल 273 किग्रा का भार उठाया। उन्होंने स्नैच में 121 किग्रा जबकि क्लीन एंड जर्क में 152 किग्रा वजन उठाया।
याद दिला दें कि गुरुरजा ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। अब भारत की नजरें मीराबाई चानू पर टिकी हैं, जिनसे देश को पहले गोल्ड मेडल की उम्मीदें हैं।