हॉकी इंडिया के हाई परफोरमेंस निदेशक डेविड जॉन ने दिया इस्तीफा

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Updated Aug 21, 2020 | 15:49 IST

David John: डेविड जॉन ने हॉकी इंडिया और साई को दिये अपने इस्तीफे में अपने फैसले के लिये व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है, जो उन्होंने दो दिन पहले ही सौंपा था। जानकारी है कि उनका इस्‍तीफा स्‍वीकार किया गया।

david john
डेविड जॉन 
मुख्य बातें
  • डेविड जॉन ने अनदेखी के कारण अपने पद से इस्‍तीफा दिया
  • साई ने हाल ही में डेविड जॉन का अनुबंध बढ़ाया था
  • शीर्ष अधिकारियों से मतभेद के चलते जॉन ने यह कदम उठाया

नई दिल्ली: लंबे समय से हॉकी इंडिया के हाई परफोरमेंस निदेशक डेविड जॉन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जबकि कुछ दिन पहले ही भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने उनका अनुबंध बढ़ाया था। ऐसा लगता है कि राष्ट्रीय महासंघ के शीर्ष अधिकारियों से मतभेदों के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। साई ने हाल में जॉन का अनुबंध सितंबर 2021 तक बढ़ा दिया था, लेकिन इस ऑस्ट्रेलियाई ने यह कहते हुए पद से इस्तीफा दे दिया कि लंबे समय से हॉकी इंडिया उनकी अनदेखी कर रहा था।

सूत्रों के अनुसार जॉन ने हॉकी इंडिया और साई को दिये अपने इस्तीफे में अपने फैसले के लिये व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है, जो उन्होंने दो दिन पहले ही सौंपा था। सूत्रों ने कहा कि हॉकी इंडिया ने उनका इस्तीफा पत्र स्वीकार कर लिया है और उनके आधिकारिक नियोक्ता साई को अभी इस पर फैसला लेना बाकी है।

अनदेखी से निराश थे डेविड जॉन

एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'डेविड लंबे समय से निराश महसूस कर रहे थे क्योंकि हॉकी इंडिया उनकी अनदेखी कर रहा था। हॉकी इंडिया के शीर्ष अधिकारियों द्वारा टीम के संबंध में महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी अनदेखी की गयी थी। डेविड को टीम फैसलों में शामिल नहीं किया जाता था और वह सिर्फ कोचों और खिलाड़ियों के लिये ऑनलाइन क्लास ही लेते थे। कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने के ब्रेक ने इस फैसले में 'ट्रिगर' का काम किया।'

जॉन को अपने पद से 12,000 डॉलर का मासिक वेतन मिल रहा था और वह मार्च के बाद कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बाद से नयी दिल्ली में अपने घर से काम कर रहे थे। जॉन से इसकी पुष्टि के लिये संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। वह 2011 से भारतीय हॉकी से जुड़े थे, जब उन्हें मुख्य कोच माइकल नोब्स के साथ पुरूष टीम के फिजियो के तौर पर नियुक्त किया गया था।

भारतीय टीम के फिटनेस का स्तर बेहतर करने वाले जॉन ने लंदन ओलंपिक 2012 के बाद इस्तीफा दे दिया था, लेकिन 2016 में हाई परफार्मेंस निदेशक बनकर आये।

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