Android में गंभीर खामी ढूंढने पर भारतीय युवक को Google ने दिए लाखों रुपये

Google ने भारत के यंग सिक्योरिटी इंजीनियर को एंड्रॉयड में बड़ी खामी ढूंढ निकालने के लिए लाखों रुपये इनाम के तौर पर दिए हैं। गूगल ने जिस युवक को ये इनाम दिया है उनका नाम Rony Das है। ये असम के रहने वाले हैं।

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मुख्य बातें
  • गूगल ने जिस युवक को ये इनाम दिया है उनका नाम Rony Das है
  • दास ने एंड्रॉयड फोरग्राउंड सर्विसेज में एक बग को पाया और इसे गूगल को रिपोर्ट किया
  • इस बग का फायदा उठाकर हैकर्स किसी के फोन की सेंधमारी कर सकते थे

Google ने भारत के यंग सिक्योरिटी इंजीनियर को एंड्रॉयड में बड़ी खामी ढूंढ निकालने के लिए लाखों रुपये इनाम के तौर पर दिए हैं। गूगल ने जिस युवक को ये इनाम दिया है उनका नाम Rony Das है। ये असम के रहने वाले हैं। दास ने एंड्रॉयड फोरग्राउंड सर्विसेज में एक बग को पाया और इसे गूगल को रिपोर्ट किया, जिस पर गूगल ने उन्हें रिवॉर्ड दिया है। 

दास एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट हैं। इन्होंने इस साल मई में गूगल को बग के बारे में बताया था। इस बग का फायदा उठाकर हैकर्स किसी के फोन की सेंधमारी कर सकते थे। खामी के बारे में पता चलने पर गूगल ने दास को $5,000 (करीब 3.8 लाख रुपये) दिए हैं। गूगल एंड्रॉयड सिक्योरिटी टीम के मुताबिक, दास ने एंड्रॉयड फोरग्राउंड सर्विसेज में एक खामी का पता लगाया था। इसका पता उन्हें एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म के लिए एक ऐप तैयार करते वक्त टेक्निकल दिक्कत आने के बाद चला। 

East Mojo के मुताबिक, गूगल एंड्रॉयड सिक्योरिटी टीम ने एक ई-मेल में दास से कहा कि आपने खामी का पता लगाकर फॉलोअप करते हुए हमारे साथ हाई-क्वालिटी इंफॉर्मेशन को शेयर किया है। आपकी मेहनत के सम्मान में हम आपको रिवॉर्ड के तौर पर $5000 दे रहे हैं। 

दास के मुताबिक, उन्होंने जिस खामी का पता लगाकर गूगल को जानकारी दी है कि अगर इसके बारे में हैकर्स भनक लग जाती तो वे इसका गलत फायदा उठा सकते थे। ये इतना गंभीर है कि हैकर्स बिना आपकी जानकारी और नोटिफिकेशन के कैमरा, माइक्रोन और लोकेशन को बैकग्राउंड में एक्सेस कर सकते थे। जब उन्होंने गूगल को इस बारे में बताया तो कंपनी लगातार दास के संपर्क में बनी हुई थी। 

गूगल ने फिलहाल इस मामले के बारे में नहीं कहा है लेकिन पूरी उम्मीद है कि इसका फिक्स आपके फोन पर अपडेट के तौर पर पहुंच गया होगा या जल्द ही पहुंच जाएगा। दास ने बताया कि उन्होंने पहले Gauhati University की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी बग का पता लगाया था। आपको बता दें बड़ी कंपनियां समय-समय पर बग बाउंटी के तहत सिक्योरिटी रिसर्चर्स को बग खोजने पर इनाम देती रहती हैं।  

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