छह सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार नासा के सबसे खास मिशन की ओर बड़ा कदम बढ़ाने का समय आ गया है। बुधवार को SpaceX कंपनी पहली बार किसी इंसान को अपने नए Crew Dragon कैप्सूल के जरिए अंतरिक्ष में पहुंचाएगा। ये स्पेस एक्स की अहम टेस्ट फ्लाइट है जो नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा है। नासा के दो अंतरिक्ष यात्री इस कैप्सूल से अंतरराष्ट्रीय स्पेन स्टेशन तक का सफर तय करेंगे। इस नए प्रोजेक्ट का मकसद ज्यादा से ज्यादा निजी कंपनियों को इस तरफ आकर्षित करते हुए यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए नए special vehicles तैयार करना है।
लॉन्च के लिए तैयार
ताजा अपडेट के मुताबिक स्पेस एक्स अंतरिक्ष की तरफ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसकी अंतिम तैयारी 26 मई को पूरी कर ली गई थी। स्पेस एक्स की तरफ से जो सबसे ताजा ट्वीट आया था उसमें कहा गया था कि, 'टीम डेमो-2 फ्लाइट से पहले फैलकन-9, क्रू ड्रैगन और ग्राउंड सपोर्ट सिस्टम की अतिरिक्त जांच कर रही है। लॉन्च के लिए मौसम 60 फीसदी सही है।'
आने-जाने की व्यवस्था
डेमो-2 लॉन्च अमेरिकी जमीन पर तकरीबन एक दशक के बाद किसी Human Spaceflight की वापसी करेगा। ये सब नासा की निजी कंपनी स्पेस एक्स के साथ साझेदारी के दम पर मुमकिन हो सका है।
पूरी तरह सुरक्षित और ऑटोमैटिक व्यवस्था
इस स्पेस कार्यक्रम और लॉन्च कैप्सूल की कई खासियते हैं जो आने वाले दिनों में अमेरिका व नासा की स्पेस में खोज को लेकर काफी मदद कर सकती हैं। ये एक तकरीबन पूरी तरह से ऑटोमैटिक व्यवस्था होगी। स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में पहुंचकर पहले खुद को सही ऑर्बिट में स्थापित करेगा और फिर स्पेस स्टेश से खुद को जोड़ेगा। ये ऑटोमैटिक होगा लेकिन साथ ही दोनों अंतरिक्ष यात्रियों और स्पेस स्टेशन के अंदर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों के पास भी इसका कंट्रोल रहेगा। एक बार मिशन पूरा हो जाएगा, क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अपने आप खुद को स्पेस स्टेशन से अलग करेगा।
इसके बाद सभी जरूरी प्रोटोकॉल फॉलो करने के बाद फिर से ये धरती पर आएगा और अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लेकर फ्लोरिडा के अटलांटिक कोस्ट में गिरेगा जहां पर स्पेस एक्स ने अंतरक्षि यात्रियों को साथ लाने की व्यवस्था कर रखी होगी।