सांगली : महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ के बाद कई रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ देखे जा रहे हैं, जिसके कारण स्थानीय लोगों की जान हलक में आ रही है। इन्हें बचाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं तो आवासीय इलाकों में इनकी वजह से लोगों के लिए भी खतरा पैदा गया है। हालात को देखते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई बचाव केंद्र बनाए गए हैं, ताकि इंसानों और जानवरों के बीच होने वाले ऐसे किसी टकराव को रोका जा सके।
बाढ़ के बाद रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ, सांप जैसे जीवों के देखे जाने की घटनाओं के बीच महाराष्ट्र के सांगली जिले में उस वक्त लोगों की जान हलक में आ गई, जब उन्होंने 12 फीट लंबा मगरमच्छ देखा। उन्होंने मिलकर इसे बाहर निकाला और फिर वन विभाग को सौंप दिया। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग मोटी रस्सी के सहारे मगरमच्छ को खींचते नजर आ रहे हैं, ताकि उसे रिहायशी इलाके से बाहर निकाला जा सके।
वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही लोग रस्सी के सहारे मगरमच्छ को खींचते हैं, वह झट से अपने जबड़े खोल देता है। यह देखकर लोग भी डर जाते हैं। बाद में वे उसके मुंह पर कपड़े जैसी कोई चीज रखते हैं, जिसके बाद उसे बाहर खींचा जाता है और फिर वन विभाग को सौंप दिया जाता है। मेयर दिग्विजय सूर्यवंशी ने सांगली जिले के सांगलवड़ी इलाके में स्थानीय लोगों द्वारा 12 फीट लंबे मगरमच्छ के पकड़े जाने की पुष्टि की।
यहां उल्लेखनीय है कि पश्चिमी महाराष्ट्र का सांगली जिला बीते कुछ दिनों में राज्य में हुई भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसके कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। जैसे ही बारिश की तीव्रता कम हुई और कृष्णा नदी के किनारे के गांवों में जल स्तर कम होने लगा, कुछ जगह सड़कों पर, नालों में और यहां तक कि घरों की छतों पर भी मगरमच्छ देखे गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।