'ममता बनर्जी' वेड्स 'एएम सोशलिज्‍म': सोशल मीडिया पर वायरल शादी के इस कार्ड की आखिर क्‍या है हकीकत?

सोशल मीडिया पर एक कार्ड वायरल हो रहा है, जिसमें दूल्‍हा और दुल्‍हन के नाम देखकर लोग चकरा गए हैं। दूल्‍हे के पिता को बीते चार दिनों में ही 300 से अधिक फोन कॉल्‍स आ चुके हैं।

'ममता बनर्जी' वेड्स 'एएम सोशलिज्‍म': सोशल मीडिया पर वायरल शादी के इस कार्ड की आखिर क्‍या है हकीकत?
'ममता बनर्जी' वेड्स 'एएम सोशलिज्‍म': सोशल मीडिया पर वायरल शादी के इस कार्ड की आखिर क्‍या है हकीकत?  |  तस्वीर साभार: Twitter

सालेम : शादी का एक कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दुल्‍हन का नाम पी ममता बनर्जी और दूल्‍हे का नाम एएम सोशल‍िज्‍म लिखा हुआ है। इसमें शादी 13 जून को होने का जिक्र है। यूं तो इसमें कुछ भी असामान्‍य नहीं है, लेकिन कार्ड पर छपे दूल्‍हे और दुल्‍हन के नाम ने लोगों को हैरान कर दिया। इतना ही नहीं, कार्ड में दूल्हे के बड़े भाइयों के नाम एएम कम्‍युनिज्‍म और एएम लेनिनिज्‍म लिखे हैं। ऐसे में लोगों के जेहन में ये सवाल भी उठा कि शादी का यह कार्ड हकीकत है या किसी ने हंसी-मजाक में संपादित किया है।

सोशल मीडिया पर वायरल शादी के इस कार्ड को लेकर लोगों के मन में आ रहे ऐसे ही सवालों का जवाब दूल्‍हे के पिता ने दिया है, जिन्‍होंने बताया कि शादी के निमंत्रण का यह कार्ड वास्‍तव‍िक है, संपादित नहीं। यह कार्ड तमिलनाडु के सालेम जिले का है। दूल्‍हे एएम सोशल‍िज्‍म के पिता का नाम लेनिन मोहन है, जो सालेम में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के जिला सचिव हैं।

इस नाम के पीछे की कहानी

'इंडियन एक्‍सप्रेस' से बातचीत से उन्‍होंने अपने परिवार में इस तरह के असामान्‍य नाम रखने की प्रथा के बारे में बताया और कहा कि सोवियत संघ का जब विघटन (1991) हुआ तो लोगों ने कहना शुरू किया कि कम्‍युनिज्‍म खत्‍म हो गया है और यह विचारधारा दुनिया में अब कहीं नहीं रहेगी। इस संबंध में तब दूरदर्शन पर एक न्‍यूज क्लिप भी चला था। उसी समय उनकी पत्‍नी ने बड़े बेटे को जन्‍म दिया था, जब उन्‍होंने तय किया कि वह अपने बेटे का नाम कम्‍युनिज्‍म रखेंगे, क्‍योंकि उन्‍हें यकीन था कि जबतक मानव जाति है, कम्‍युनिज्‍म कभी समाप्‍त नहीं होगा।

उन्‍होंन बताया कि वह अपने बच्‍चों के नाम विचारधारा पर रखना चाहते थे और उन्‍होंने अपने तीनों बेटों का नाम ऐसे ही रखा। दुल्‍हन के बारे में उन्‍होंने बताया कि उनके दादा कांग्रेस नेता रहे हैं और वह राजनीति में ममता बनर्जी से काफी प्रभावित रहे हैं। ऐसे में उन्‍होंने अपनी पोती का नाम ममता बनर्जी के नाम पर रखने का फैसला किया।

लेनिन मोहन के अनुसार, उन्‍होंने अपने पोते का नाम मार्क्सिज्‍म रखा और अगर भविष्‍य में उनके घर में बच्‍ची का जन्‍म होता है तो उसका नाम भी उन्‍होंने तय कर लिया है। उन्‍होंने उसका नाम क्‍यूबाइज्‍म रखने का इरादा किया है।

आ चुके हैं 300 से अधिक फोन कॉल्‍स

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह कार्ड सोमवार को सीपीई के तमिल मुखपत्र 'जन शक्ति' में प्रकाशित हुआ था, जिसके बाद से लेनिन मोहन को 300 से अधिक फोन कॉल्‍स आ चुके हैं और लोग उनसे दूल्‍हे और दुल्‍हन के नाम को लेकर ही सवाल कर रहे हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि पहले जहां इस तरह के नाम की वजह से स्‍कूल में उनके बेटों को लोग चिढ़ाते थे, वहीं अब हर कोई इस तरह के नाम की वजह से उनकी तारीफ कर रहे हैं।

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