कोरोना वायरस: मौत से पहले पति को याद आए बीवी और बच्चे, नहीं मिल पाया तो लिखा इमोशनल मैसेज

Husband writes heartbreaking letter to wife: कोरोना पीड़ित एक शख्स ने अपनी मौत से पहले पत्नी और बच्चों के लिए बेहद इमोशनल गुडबाय मैसेज लिखा।

Katie Coelho
कैटी कोएल्हो द्वारा फेसबुक पर शेयर की गई तस्वीर। 

नई दिल्ली: अमेरिका में एक शख्स ने कोरोना वायरस जूझने के बाद 32 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। कोरोना पीड़ित इस शख्स ने मौत से पहले अपनी पत्नी और बच्चों के नाम एक इमोशनल मैसेज लिखा जो खबरों में छाया हुआ है। मृतक का नाम जोनाथन था। जोनाथन लगभग एक महीने तक अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष करता रहा और उसने 22 अप्रैल को आखिरी सांस ली। जोनाथन की पत्नी के कैटी कोएल्हो को जब यह सूचना मिली तो वह तुरंत डेनबरी के अस्पताल में पहुंच गई। कैटी ने अस्पताल से जोनाथन का सामान का इकट्ठा किया और उसी दौरान उसे पति के फोन पर एक इमोशनल गुडबाय नोट मिला।

'मैं तहे दिल से प्यार करता हूं'

बजीफीड के मुताबिक, जोनाथन ने गुडबाय नोट में लिखा था कि वह 'बहुत भाग्यशाली' है, कैटी ने उसे बेहतरीन जीवन दिया।' दंपति के दो बच्चे हैं- ब्रेडिन और पेनेलोप। ब्रेडिन 2 साल का है जबकि पेनेलोप सिर्फ 10 महीने का है। जोनाथन ने लिखा कि वह केटी का पति, ब्रेडिन और पेनेलोप के पिता होने पर 'गर्व' करता है। जोनाथन ने अपने नोट में लिखा, 'मैं आप लोगों को तहे दिल से प्यार करता हूं। आपने मुझे बेहतरीन जिंदगी दी है जिसकी मैं शायद ही ख्वाहिश कर सकता था। मैं बहुत खुशकिस्मत हूं। कैटी मुझे तुम्हारा पति, ब्रेडिन और पेनेलोप के पिता होने पर गर्व महसूस होता है।'

'मैं तुम्हारे प्यार में पड़ गया था'

जोनाथन ने  लिखा, 'कैटी आप सबसे खूबसूरत देखभाल करने वाली हो। आप वास्तव में ऐसी हो जो सुनिश्चित करती है कि जिंदगी खुशी के साथ जी जाए। इसी जुनून की वजह से मैं तुम्हारे प्यार में पड़ गया था। तुम्हारा बच्चों के लिए शादारा मां बनना सबसे बड़ी बात है।' जोनाथन ने अपने बच्चों के लिए भावनात्मक बात लिखी। उन्होंने कहा, 'ब्रेडिन को बताना वह मेरा बेहद प्यारा बच्चा है और मुझे उसके पिता होने पर गर्व है। वह अपनी सभी हैरतअंगेजों चीजों को करना जारी रखे। पेनेलोप से कहना वह एक राजकुमारी है। वह जीवन में जो चाहे कर सकती है।'

'जिंदगी में पीछे मुड़कर मत देखना' 

उन्होंने आगे लिखा कि जिंदगी में आगे बढ़ती रहना और पीछे मुड़कर मत देखना। अगर तुम किसी ऐसे शख्स से मिलो जो तुम्हें और बच्चों से प्यार करता हो तो उसके खुश रहना। बता दें कि जोनाथन 26 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था और 22 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। अस्पताल में बिताए 28 दिनों में से जोनाथन 20 दिनों तक वेंटिलेटर पर था। वह लोकल कोर्टहाउस में प्रांगण में एक वर्कर था। उसने कोरोना महामारी दौरान भी अपने काम जारी रखा था। वह काफी सावधान और सतर्क रहता था मगर उसके बावजूद वायरस की चपेट में आ गया था। 

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