मुगलों के हरम थे 'बादशाहों की अय्याशी' के अड्डे, होते थे 'ये काले काम'!

मुगलों के हरम थे 'बादशाहों की अय्याशी' के अड्डे, होते थे 'ये काले काम'!

Ravi Vaish

Mar 28, 2025

​मुगल शासन​

​​मुगल शासन​​

मुगल बादशाहों के भारत में शासनकाल को कुछ अच्छे और कुछ बुरे संदर्भों से पहचाना जाता है

Credit: wikimedia/social media

मुगलों के हरम

​मुगलों के हरम ​

​मुगलों के भारत में शासन के दौरान हरम भी काफी प्रचलित थे, जिसमें मुगल बादशाह रंगरेलिया मनाने और नाच-गाने और संगीत की धुनों का आनंद उठाते थे

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​हरम में बाहरी व्यक्ति​

​​हरम में बाहरी व्यक्ति​​

मुगलों के हरम ऐसी जगह होती थी जहां किसी भी बाहरी व्यक्ति जाने की किसी भी हालत अनुमति नहीं थी जो ऐसा करने की कोशिश करता था उसे मौत मिलती थी

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​​बाहरी पुरुष से संबंध न बना सकें​​

मुगलों के हरम में ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि बादशाह की सुरक्षा बनी रहे साथ ही हरम में रहने वाली महिलाएं किसी बाहरी पुरुष से संबंध न बना सकें

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​​हिजडे़ की भूमिका​​

हरम के अंदर सिर्फ महिलाएं और हिजडे़ रहा करते थे उसके अलावा वहां किसी की भी जाने की इजाजत किसी भी सूरत में नहीं थी

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​​बिस्तर पर जाने की इच्छा​​

मुगल बादशाह हरम में शराब पीते थे और अपनी थकान उतारा करते थे वहीं नाच-गाने और संगीत की धुनों के बीच बादशाह बिस्तर पर जाने की इच्छा जताते थे

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​​बादशाह के साथ कौन बिस्तर पर कौन?​​

हरम में बादशाह के साथ कौन बिस्तर पर कौन जाएगा ये बड़ा सवाल होता था तो बता दें कि ये फैसला खुद मुगल बादशाह ही लेते थे, डच कारोबारी फ्रांसिस्को ने भारत आने पर इस बात का जिक्र किया था

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​​मुगल बादशाह के 'हमबिस्तर' का फैसला​​

वह बादशाह की बेगम हो या फिर कोई कनीज या कोई और, ये फैसला मुगल बादशाह ही लेते थे कि उनका हमबिस्तर कौन होगा

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​​बादशाह का इतना खौफ​​

मुगलिया दौर में उस वक्त बादशाह का इतना खौफ होता था कि उनके आदेश और इच्छा के खिलाफ कोई भी जाने की हिम्मत नहीं कर पाता था

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