Dec 20, 2024

चाणक्य नीति की महत्वपूर्ण बातें जो आपका जीवन बदल सकती हैं

Laveena Sharma

​कठोर वाणी आग से जलने से भी अधिक दुखदायी होती है।​

Credit: pinterest.com

surya Grahan Kab Hai

​मनुष्य की वृद्धि और विनाश उसके अपने हाथ में होते हैं।​

Credit: pinterest.com

Yearly Horoscope 2025

​ऐसा कभी न करें​

कार्य आरंभ करने के बाद अति विलंब और आलस्य नहीं करना चाहिए। ये दोनों चीजें कर्तव्य से भ्रष्ट होने का चिन्ह है।

Credit: pinterest.com

​कार्य करते समय जिनका चित्त चंचल रहता है उनके कार्य कभी समाप्त नहीं होते।​

Credit: pinterest.com

You may also like

2025 में क्‍यों घर में जरूर रखें हनुमान ...
कुंडली के इस योग के कारण बनता है तलाक और...

​संसार में ऐसे कार्य का मिलना कठिन है जिनमें कोई दोष न हो।​

Credit: pinterest.com

​मनुष्य का कर्तव्य है​

मनुष्य का कर्तव्य है कि वह परिस्थितियों और कार्य की सफलता की संभावना दोनों को अच्छे से समझकर ही कार्य प्रारंभ करें।

Credit: pinterest.com

​जो व्यक्ति जिस कार्य को करने में कुशल हो, उसे वही कार्य करना चाहिए।​

Credit: pinterest.com

​अधिक कोमल स्वभाव का व्यक्ति अपने आश्रितों से अपमानित होता है।​

Credit: pinterest.com

​गुणवान मनुष्य के पास रहने से गुणहीन व्यक्ति भी गुणी हो जाता है।​

Credit: pinterest.com

इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स

Next: 2025 में क्‍यों घर में जरूर रखें हनुमान जी की फोटो, सारे कष्‍टों का मिल जाएगा समाधान

ऐसी और स्टोरीज देखें