गर्मी में सबसे ज्यादा बिकने वाला फल आम होता है। इस मौसम में लोग चटकारे लेकर आम खाते हैं। भारत में आम की कई वैरायटी हैं, जिसमें सबसे ज्यादा फेमस दशहरी है। दशहरी अपनी भीनी खुशबू और शहद जैसी मिठास के लिए पूरी दुनिया में फेमस है।
लंगड़ा आम भी काफी लोकप्रिय है। इस आम का आकार दूसरे आमों के मुकाबले ज्यादा बड़ा और गोलाकार होता है। पकने के बाद ये आम काफी मीठा होता है। उत्तर प्रदेश में ज्यादातर इसकी खेती होती है।
अल्फांसो या हापुस दोनों नाम से ये आम काफी फेमस है। रंग सुनहरा पीला, खुशबू काफी बेहतरीन और मिठास शक्कर जैसे ही होती है। महाराष्ट्र के कोंकण इलाकों और गुजरात के कुछ जिलों में इसे उगाया जाता है।
चौसा आम भी काफी फेमस है। ये आम की सबसे स्वादिष्ट वैरायटी में से एक है। यह काफी कम समय के लिए मार्केट में उपलब्ध होता है। इस आम का आकार भी काफी बड़ा होता है।
सफेदा आम अभी भी अपनी जगह बनाए रखने में सफल रहा है। मध्य जून से जुलाई अंत तक मिलने वाले आम का साइज दूसरे आमों के मुकाबले छोटा होता है। ये देश के सबसे रेशेदार आमों में से एक है।
केसर आम को मुख्य रूप से गुजरात में उगाया जाता है। ये आम भीनी खुशबू और ऊपरी हिस्से पर केसरी रंग की वजह से पहचाना जाता है। मीठे स्वाद के कारण गुजरात में आम रस बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
बंगनापल्ली आंध्र प्रदेश में उगाई जाने वाली आम की ये वरायटी सबसे स्वादिष्ट और पॉपुलर आमों में से एक है। उत्तर भारत में उतना पॉपुलर नहीं है। अपने रसीले स्वाद की वजह से ये जीआई टैग दिया जाने वाला पहला आम है।
हिमसागर बंगाल की सबसे स्वादिष्ट और पॉपुलर आम की वरायटी में से एक है। मध्य मई से जून अंत तक ये आम मार्केट में उपलब्ध होती है। लंगड़ा की तरह इसका छिलका भी हरे रंग की होता है मगर अंदर का गूदा गहरे पीले से लेकर ऑरेंज कलर का होता है।
गुलाबखास को अपना नाम इसके गोल आकार और ऊपरी हिस्से के लाल रंग से मिला है। ये मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर, बिहार के कुछ इलाकों और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में उगाया जाता है। ये आम काफी मीठा होता है।
तोतापुरी आम की गिनती भी सबसे बेस्ट वैरायटी में होती है। इस आम को दक्षिण भारत के अलग-अलग हिस्सों में उगाया जाता है। इसका गूदा सख्त और ज्यादातर हल्का खट्टा-मीठा होता है।
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